नई दिल्ली। जिस तरह रूस और यूक्रेन के बीच जंग छिड़ने पर यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को निकाला गया वैसे ही इजराइल और ईरान की जंग में ईरान से भारतीय छात्रों व अन्य नागरिकों को निकाला जा रहा है। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को भारतीयों को सुरक्षित निकाले जाने के अभियान की पुष्टि करते हुए कहा कि इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए तेहरान में मौजूद भारतीय छात्रों को सुरक्षा कारणों से बाहर निकाल लिया गया है और उनमें से 110 लोग सीमा पार कर आर्मेनिया में प्रवेश कर गए हैं। इसकी पूरी व्यवस्था दूतावास ने की।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारतीय दूतावास सभी संभव सहायता प्रदान करने के मकसद से भारतीय लोगों के साथ निरंतर संपर्क में है। बयान में कहा गया है, ‘तेहरान में भारतीय छात्रों को सुरक्षा कारणों से बाहर निकाल लिया गया है। इसकी व्यवस्था दूतावास ने की’। जो लोग खुद गाड़ियों का इंतजाम कर सकते हैं उन्हें भी हालात को देखते हुए शहर से बाहर चले जाने की सलाह दी गई है। गौरतलब है कि आर्मेनिया भारत से हथियार खरीदता है और अजरबैजान के साथ युद्ध में भारत ने उसकी मदद की थी। सो, अभी संकट में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने में आर्मेनिया मदद कर रहा है। आर्मेनिया से हवाई रास्ते से भारतीयों को वापस लाया जाएगा।


