नई दिल्ली। हमास के खिलाफ चल रही लड़ाई का दायरा फैलता जा रहा है। इजराइल एक के बाद एक मुस्लिम देशों पर हमले कर रहा है। उसने पिछले दिनों अमेरिका के मित्र देश कतर पर हमला कर दिया, क्योंकि वहां हमास के नेता मौजूद थे, जो शांति वार्ता के लिए वहां पहुंचे थे। पिछले तीन दिन में इजराइल ने छह देशों पर हमला किए हैं। इसमें गाजा सहित सीरिया, लेबनान, कतर, यमन और ट्यूनीशिया शामिल हैं। इन हमलों में दो सौ से ज्यादा लोग मारे गए और एक हजार से ज्यादा घायल हुए हैं।
ये हमले सोमवार से बुधवार के बीच में किए गए। इजराइल का कहना है कि वो इन देशों में आतंकी ठिकानों को निशाना बना रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन हमलो को लेकर इजराइली प्रधानमंत्री बेंजमानि नेतन्याहू से नाराजगी जताई है। हालांकि इजराइली पीएम नेतन्याहू ने कतर की राजधानी दोहा में हमास के अधिकारियों पर किए गए हमले का बचाव किया। उन्होंने इस हमले की तुलना 9/11 के हमलों के बाद अमेरिका की कार्रवाई से की। उन्होंने कहा इजराइल ने भी वही किया जो अमेरिका ने उस वक्त किया था।
गौरतलब है कि इजराइली सेना ने मंगलवार को कतर की राजधानी दोहा पर हवाई हमला किया था। यह हमला हमास के चीफ खलील अल हय्या को निशाना बनाकर किया गया था। इसमें अल हय्या का बेटा, ऑफिस डायरेक्टर, तीन गार्ड और एक कतरी सुरक्षा अधिकारी समेत छह लोग छह लोगों की मौत हो गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हमले के बाद कतर के अमीर से बात की थी।