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मणिपुर में कमांडो सहित चार की हत्या

इंफाल। मणिपुर की ताजा हिंसा में चार लोगों की हत्या हो गई है, जिसमें एक सुरक्षा बल का जवान भी शामिल है। इस तरह जुलाई के महीने में पहले नौ दिन में 10 लोगों की हत्या हो चुकी है और तीन मई से चल रही हिंसा में मरने वालों की संख्या डेढ़ सौ के करीब पहुंच गई है। एक तरफ सरकार दावा कर रही है कि हिंसा कम हो रही है लेकिन दूसरी ओर अलग अलग इलाकों में हिंसा, आगजनी और हत्या की घटनाएं भी होती दिख रही हैं।

बहरहाल, मणिपुर में शुक्रवार की शाम को बिष्णुपुर जिले के मोइरंग तुरेल में संदिग्ध उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान पुलिस कमांडो पुखरामबम रणबीर के सिर में गोली लग गई। अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया। इसके अलावा शुक्रवार सुबह को ही बिष्णुपुर और चूड़ाचांदपुर जिलों की सीमा पर बसे गांवों में कुकी और मैती गुट के लोगों ने एक-दूसरे पर फायरिंग की। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई। इनमें एक नाबालिग लड़का भी शामिल था।

घटना को लेकर अधिकारियों ने बताया- पहाड़ी इलाकों से आई भीड़ ने घाटी में कुछ गांवों में आग लगाने की कोशिश की। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। हालांकि, दूसरी जगहों पर दोनों समुदायों के लोगों के बीच फायरिंग चलती रही। इस बीच इन इलाकों में सुरक्षा बलों की मौजूदगी बढ़ा दी गई है। दूसरी ओर मणिपुर हाई कोर्ट ने राज्य की सरकार को उन लोगों के लिए इंटरनेट एक्सेस की अनुमति देने का आदेश दिया है, जिनके पास लीज लाइनें और फाइबर ऑप्टिक कनेक्शन हैं। गौरतलब है कि तीन मई को कुकी और मैती समुदाय के बीच शुरू हुई हिंसा के बाद से राज्य में इंटरनेट सेवा बंद है।

बहरहाल, मणिपुर हिंसा में जुलाई महीने में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को हुईं चार मौतों से पहले गुरुवार को एक महिला की हत्या कर दी गई थी। उन्हें इंफाल वेस्ट जिले में एक स्कूल के बाहर गोली मारी गई थी। इसके बाद राज्य में इंटरनेट पर पाबंदी 10 जुलाई तक बढ़ा दी गई। इससे पहले चार जुलाई को एक भीड़ ने भारतीय रिजर्व बटालियन के कैंप पर हमला कर हथियार चुराने की कोशिश की थी। इस दौरान हुई झड़प में 27 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गई। इससे पहले दो जुलाई को बिष्णुपुर-चूड़ाचांदपुर सीमा पर दोनों समुदाय के बीच हुई गोलीबारी में तीन लोगों की जान चली गई। वहीं एक शख्स का सिर काट दिया गया था।

By NI Desk

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