नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी यानी सीसीएस की बैठक की। लाल किले के सामने हुए बड़े धमाके की समीक्षा और आगे की रणनीति बनाने के लिए सीसीएस का बैठक हुई है। गौरतलब है कि धमाके की अगली सुबह यानी मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी भूटान के दौरे पर चले गए थे। बुधवार को वे भूटान से लौटे तो उन्होंने घायलों का हालचाल जाना और सीसीएस की बैठक की।
सीसीएस की बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हुए। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने भूटान में अपने भाषण में कहा था कि इस घटना में शामिल किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा। बहरहाल, बताया जा रहा है कि सीसीएस की बैठक में लाल किला धमाके की अब तक हुई जांच की समीक्षा की गई और सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट पर आगे की रणनीति के बारे में हुई। बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर भी शामिल हुए। इससे पहले मोदी ने पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भी सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक की थी।
घायलों से मिले मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले के सामने हुए विस्फोट में घायल हुए लोगों से मुलाकात की। बुधवार को भूटान से लौटते ही प्रधानमंत्री हवाईअड्डे से सीधे लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल पहुंचे। उन्होंने अस्पताल में लाल किला धमाके में घायल लोगों से मुलाकात कर हालचाल जाने। उन्होंने डॉक्टरों से भी बात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि साजिश को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इससे पहले सोमवार को घटना के तुरंत बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की थी।


