नई दिल्ली। अमेरिकी संसद के लिए रिपोर्ट तैयार करने वाली एक कमेटी ने भारत के लिए बेहद अपमानजनक रिपोर्ट प्रस्तुत की है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष में पाकिस्तान की जीत हुई थी। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान ने बड़ी कामयाबी हासिल की। भारत के कई लड़ाकू विमान मार गिराए जाने की बात भी इसमें कही गई है और इतना ही नहीं इस रिपोर्ट में पहलगाम में हुए नृशंस हमले को आतंकवादी हमला नहीं माना गया है।
यूएस-चाइना इकोनॉमिक एंड सिक्योरिटी रिव्यू कमीशन यानी यूएससीसी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मई 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच तीन दिन की लड़ाई में पाकिस्तान को बड़ी सैन्य कामयाबी मिली थी। इस रिपोर्ट में पहलगाम अटैक को भी आतंकी हमला न मानकर ‘विद्रोही हमला’ माना गया है। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान ने भारत के छह लड़ाकू विमान मार गिराए। गौरतलब है कि भारत इस संघर्ष में जीत का दावा करता है और लड़ाकू विमान गिरने की खबरों का खंडन करता है।
बहरहाल, यूएससीसी की करीब आठ सौ रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस रिपोर्ट का विरोध किया और सवालिया लहजे में कहा, ‘क्या प्रधानमंत्री और विदेश मंत्रालय इस पर अपनी आपत्ति दर्ज कराएंगे और विरोध जताएंगे? हमारी कूटनीति को एक और बड़ा झटका लगा है’। इस रिपोर्ट में पाकिस्तान के हवाले से कहा गया है कि उसने कम से कम छह भारतीय लड़ाकू विमानों को गिराया, जिनमें राफेल जेट भी शामिल हैं। इससे राफेल की इमेज को नुकसान पहुंचा।
इसके बाद रिपोर्ट में कहा गया है कि वास्तविक रूप से सिर्फ तीन भारतीय विमानों के गिराए जाने की पुष्टि होती है। गौरतलब है कि भारत एक भी विमान गिरने की बात स्वीकार नहीं करता है। यूएससीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन ने भारत और पाकिस्तान युद्ध का इस्तेमाल अपने आधुनिक हथियारों को लाइव वॉर में टेस्ट करने और दुनिया को दिखाने के लिए किया। लड़ाई के बाद दुनिया भर में चीनी दूतावासों ने अपने हथियारों की तारीफ की और कहा कि पाकिस्तान ने इनके इस्तेमाल से भारतीय लड़ाकू विमानों को गिराया।
अमेरिकी रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने भारत के साथ लड़ाई में चीन से मिले हथियारों का इस्तेमाल किया और अपने सैन्य फायदे को दुनिया के सामने रखा। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान ने चीन के एचक्यू 9 एयर डिफेंस सिस्टम, पीएल 15 मिसाइलें और जे10 लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया। भारत का दावा है कि पाकिस्तान को इस दौरान चीन से खुफिया जानकारी भी मिली। हालांकि पाकिस्तान ने इसे नकार दिया और चीन ने इस पर कुछ भी साफ नहीं कहा। रिपोर्ट के मुताबिक 2019 से 2023 के बीच पाकिस्तान के 82 फीसदी हथियार चीन से आए हैं। चीन की सरकारी मीडिया ने इस रिपोर्ट को खारिज किया है।


