नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले के बाद देश भर में कार्रवाई चल रही है। जम्मू कश्मीर में अब तक छह आतंकवादियों के घर गिराए जा चुके हैं। सेना ने त्राल, अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां में तलाशी अभियान के दौरान यह कार्रवाई की। सुरक्षा बलों ने कुलगाम के कैमोह में आतंकवादियों के दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया। इस बीच पहलगाम कांड के सिलसिले में 175 लोगों के हिरासत में लिया गया है। हमले के बाद लश्कर ए तैयबा से जुडे ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी। लेकिन तीन दिन बाद उसने हमले की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है। उसने कहा है कि उसका सिस्टम हैक कर लिया गया था।
उधर गुजरात में शनिवार को एक हजार से ज्यादा घुसपैठियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने सूरत और अहमदाबाद में घुसपैठियों पर कार्रवाई की। इससे एक दिन पहले गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को मुख्यमंत्रियों से अपील की थी कि घुसपैठियों की जल्दी से जल्दी पहचान करें और उन्हें वापस उनके देश भेजें। उनकी अपील की बीच उत्तर प्रदेश में डेढ़ हजार पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की गई थी।
पहलगाम हमले के बाद तनाव को देखते हुए रेलवे ने कश्मीर में तैनात गैर कश्मीरी कर्मचारियों के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें किसी भी गैर कश्मीरी रेलवे कर्मचारी को अकेले बाहर जाने के लिए मना किया गया है। वहीं इन कर्मचारियों को ऑफिस आने और जाने के लिए भी आरपीएफ की ओर से सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है। एडवाइजरी में कहा गया है कि पाकिस्तान की आईएसआई और उससे जुड़े आतंकी संगठन विशेष रूप से गैर स्थानीय लोगों, पुलिस कर्मियों और कश्मीरी पंडितों पर हमले करने की योजना बना रहे हैं।