चंडीगढ़। सुखोई के बाद अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सबसे आधुनिक लड़ाकू विमान राफेल में उडान भरी। राष्ट्रपति ने बुधवार सुबह अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से राफेल में उड़ान भरी। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू की स्क्वॉड्रन लीडर शिवांगी सिंह के साथ एक फोटो भी सामने आई। गौरतलब है कि पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शिवांगी को पकड़ने का दावा किया था। पाकिस्तान मीडिया की रिपोर्ट में कहा गया था कि शिवांगी युद्धबंदी हैं और उनका लड़ाकू विमान ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मार गिराया गया।
हालांकि यह खबर सामने आने के तुरंत बाद प्रेस सूचना ब्यूरो यानी पीआईबी ने फैक्ट चेक करके पाकिस्तान के झूठ को एक्सपोज कर दिया था। बहरहाल, राष्ट्रपति मुर्मू ने राफेल में सुबह 11 बज कर 10 मिनट पर टेक ऑफ किया और 11 बज कर 50 मिनट पर उतरा। यानी भारत की तीनों सेनाओं की सुप्रीम कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 4- मिनट तक हवा में रहीं।
राष्ट्रपति जिस राफेल में बैठी थीं, उसे ग्रुप कैप्टन अमित गेहानी ने उड़ाया। राष्ट्रपति के राफेल के पीछे एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने दूसरे एयरक्राफ्ट से उन्हें एस्कॉर्ट किया। गौरतलब है कि राष्ट्रपति मुर्मू भारतीय वायु सेना के दो लड़ाकू विमानों में उड़ान भरने वाली भारत की पहली राष्ट्रपति हैं। इससे पहले, सात अप्रैल 2023 को उन्होंने असम के तेजपुर एयरफोर्स स्टेशन से सुखोई 30 एमकेआई लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी।
बहरहाल, राष्ट्रपति मुर्मू बुधवार को सुबह सवा नौ बजे विशेष विमान से अंबाला पहुंचीं थीं। एयरफोर्स स्टेशन पर एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने उनका स्वागत किया। फिर राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राष्ट्रपति ने परेड का निरीक्षण करने के बाद जवानों से मुलाकात की। उन्होंने एयरफोर्स स्टेशन की यूनिट्स का भी निरीक्षण किया। मुर्मू के दौरे के समय एयरफोर्स स्टेशन के आसपास ड्रोन उड़ाने पर पाबंदी लगाई गई थी।


