नई दिल्ली। रायबरेली में एक दलित युवक की पीट पीट कर हत्या किए जाने के मामले में राहुल गांधी ने सरकार और भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए अपनी नाराजगी और दुख जाहिर किया है तो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ एक साझा चिट्ठी भी जारी की है। राहुल गांधी ने इस मॉब लिंचिंग को संविधान की हत्या करार दिया है।
राहुल ने कहा है कि दलित युवक हरिओम वाल्मीकि की निर्मम हत्या केवल एक इंसान की नहीं, बल्कि इंसानियत, संविधान और न्याय की हत्या है। देश में नफरत, हिंसा और भीड़ तंत्र को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है। राहुल ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘संविधान की जगह बुलडोजर ने ले ली है, इंसाफ की जगह डर ने, लेकिन यह देश संविधान से चलेगा, भीड़ की सनक से नहीं। भारत का भविष्य समानता और मानवता पर टिका है। मैं परिवार के साथ खड़ा हूं। उन्हें न्याय जरूर मिलेगा’।
गौरतलब है कि दो अक्टूबर को हरिओम की हत्या हुई थी। पहले कहा गया था कि युवक ड्रोन चोर था। उसी दिन युवक को पीटने और उसकी लाश के वीडियो भी सामने आए थे। इसके बाद चार अक्टूबर को एक और वीडियो सामने आया, जिसमें मार खाते हुए युवक राहुल गांधी का नाम लेता है। इस पर भीड़ में से एक शख्स कहता है, यहां सब ‘बाबा’ वाले हैं। इस मामले में लापरवाही करने पर ऊंचाहार थाना अध्यक्ष संजय कुमार सहित चह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
रविवार की रात को राहुल ने हरिओम के परिवार से फोन पर बात की थी। इस मामले में राहुल ने मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ साझा चिट्ठी भी लिखी है। सोशल मीडिया में शेयर की गई इस चिट्ठी में उन्होंने लिखा है, ‘रायबरेली में दलित युवक हरिओम वाल्मीकि की निर्मम और क्रूर हत्या की कांग्रेस पार्टी कड़ी से कड़ी निंदा करती है’। इसमें आगे लिखा गया है, ‘जो रायबरेली में हुआ, वह इस देश के संविधान के प्रति घोर अपराध है। दलित समुदाय के प्रति अपराध है। इस देश और समाज पर कलंक है’।


