नई दिल्ली। जीएसटी कटौती बाजार में रौनक लौटने की खबरों के बीच विश्व बैंक ने भारत में सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी में विकास दर का अनुमान बढ़ा दिया है। विश्व बैंक ने सात अक्टूबर को जारी अपने ताजा अनुमान में कहा है कि वित्त वर्ष 2025-26 में भारत की जीडीपी 6.5 फीसदी की दर से बढ़ेगी। इससे पहले अप्रैल में विश्व बैंक ने 2025-26 के लिए भारत के विकास अनुमान को 6.7 से घटा कर 6.3 फीसदी कर दिया था।
विश्व बैंक का कहना है कि खपत में लगातार मजबूती के कारण भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई बड़ी अर्थव्यवस्था बना रहेगा। साथ ही उसने माना है कि जीएसटी में बदलाव से भी आर्थिक गतिविधियों को समर्थन मिलेगा। हालांकि रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2026-27 के विकास दर का अनुमान घटा कर 6.3 फीसदी कर दिया गया है। इससे पहले अगले वित्त वर्ष के विकास दर का अनुमान 6.5 फीसदी था। विश्व बैंक ने अगले वित्त वर्ष में अनुमान घटाने का कारण अमेरिका के 50 फीसदी टैरिफ को बताया है।
विश्व बैंक के मुताबिक, इस बढ़ाए गए टैरिफ की वजह से भारत के निर्यात पर बुरा असर पड़ेगा, इसलिए अगले वित्त वर्ष के लिए विकास दर का अनुमान थोड़ा कम किया गया है। इससे पहले भारतीय रिजर्व बैंक ने भी देश की चालू वित्त वर्ष के लिए विकास दर का अनुमान 6.5 से बढ़ा कर 6.8 फीसदी किया था। यह फैसला मौद्रिक नीति समिति की 29 सितंबर से एक अक्टूबर तक चली मीटिंग में किया गया।


