नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर पर निशाना साधा है। उन्होंने जयशंकर के गुरुवार को दिए एक बयान के आधार पर उनको निशाना बनाते हुए कहा कि भारतीय सेना के कार्रवाई शुरू करने से पहले ही पाकिस्तान को इसकी सूचना देना अपराध है। राहुल ने कहा, ‘हमारे हमले की शुरुआत में पाकिस्तान को सूचित करना एक अपराध था। विदेश मंत्री ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि भारत सरकार ने ऐसा किया।
राहुल ने आगे सवालिया लहजे में पूछा कि किसने इसकी मंजूरी दी और इसकी वजह से भारत की वायु सेना ने कितने विमान खो दिए? असल में गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए जयशंकर ने कहा था कि छह और सात मई की दरम्यानी रात को भारतीय सेना ने आतंकवादी ठिकानों पर हमला शुरू किया उससे पहले भारत ने पाकिस्तान को बता दिया था कि भारतीय सेना आतंकी ठिकानों को निशाना बनाएगी सैन्य ठिकानों को नहीं। जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तानी सेना से कहा गया कि वह इससे दूर रहे लेकिन उसने यह सवाल नहीं मानी।
विदेश मंत्री जयशंकर का इशारा छह और सात मई की रात को भारत के सैन्य अभियानों के महानिदेशक यानी डीजीएमओ राजीव घई के पाकिस्तान के डीजीएमओ से हुई बातचीत की ओर था। राहुल गांधी ने इस बारे में विदेश मंत्री के बयान को निशाना बनाया है। हालांकि विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि वे इस बात को गलत तरीके से समझ रहे हैं।