नई दिल्ली। एनसीपी के संस्थापक शरद पवार ने मतदाता सूची में गड़बड़ी को लेकर चल रहे विवाद के बीच एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने ईवीएम हैक करके चुनाव नतीजों को प्रभावित करने की आशंका जताते हुए कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले दो लोग उनसे मिलने आए थे, जिन्होंने कहा था कि वे कांग्रेस, एनसीपी और शिव सेना के गठबंधन महाविकास अघाड़ी को राज्य की 288 में से 160 सीटें गारंटीशुदा तरीके से जीता सकते हैं। ये दोनों लोग पवार को दिल्ली में मिले थे।
शरद पवार ने शनिवार को नागपुर में मीडिया से बातचीत में कहा कि वे इन दोनों लोगों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पास गए थे, जहां उन्होंने ये ऑफर राहुल को भी दिया था। पवार ने कहा कि उन्होंने और राहुल ने ये ऑफर नहीं स्वीकार किया और दोनों को मना कर दिया। पवार ने दोनों लोगों ने नाम और पहचान उजागर नहीं की है। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने दो दिन पहले ही दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है।
बहरहाल, शरद पवार ने कहा कि उन्होंने और राहुल ने वोट में गड़बड़ी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। पवार ने कहा, ‘हमें इस रास्ते पर चलकर चुनाव नहीं जीतना था, इस वजह से हमने उनके ऑफर पर ध्यान नहीं दिया और न ही उनका नाम और संपर्क रखा’। शरद पवार के बयान पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा है, ‘पवार पहले कई बार कह चुके हैं कि ईवीएम पर सवाल उठाना गलत है, लेकिन अब वे भी ऐसी बातें कर रहे हैं। यह बदलाव शायद राहुल गांधी के दौरे का असर हो सकता है’। फड़नवीस ने तंज करते हुए कहा, ‘पवार साहब को राहुल गांधी से मुलाकात के इतने दिनों बाद यह बात कैसे याद आई। राहुल तो सलीम-जावेद जैसे फिल्मी लेखक की तरह कहानियां गढ़ते हैं और रोज नई मनगढ़ंत बातें करते हैं। कहीं पवार साहब भी उसी स्थिति में तो नहीं हैं’?