भोपाल। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधा है। अब तक भारत सरकार का कोई मंत्री या सत्तापक्ष का कोई बड़ा नेता जो बात कहने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था वह बात राजनाथ सिंह ने कही है। उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा है कि कुछ लोग अपने को दुनिया का बॉस समझते हैं, उन्हें भारत की तरक्की बरदाश्त नहीं हो रही है। गौरतलब है कि ट्रंप लगातार भारत और पाकिस्तान में सीजफायर कराने का श्रेय ले रहे हैं और भारत के ऊपर 50 फीसदी टैरिफ लगा कर जोर जबरदस्ती व्यापार संधि कराना चाहते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति के इस रुख पर पहली बार भारत सरकार के इतने शीर्ष स्तर से हमला हुआ है। भोपाल में बीईएमएल की नई रेल कोच फैक्टरी का भूमि पूजन करने के बाद राजनाथ सिंह ने राष्ट्रपति ट्रंप के भारत को ‘डेड इकोनॉमी’ बताने वाले बयान का भी जवाब दिया और भारत को दुनिया का सबसे तेज विकास करने वाला देश बताया। उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम लिए बिना उन पर तीखा हमला किया और कहा, ‘कुछ लोग खुद को दुनिया का बॉस समझते हैं। उन्हें भारत की तरक्की बरदाश्त नहीं’।
राजनाथ सिंह ने अमेरिका या ट्रंप का नाम नहीं लिया लेकिन ट्रंप की ओर इशारा करते हुए कहा कि लगता है सबके बॉस भारत के विकास को स्वीकार ही नहीं कर पा रहे हैं। राजनाथ सिंह ने ट्रंप की ओर से लगाए गए टैरिफ की पर भी सवाल उठाया और दावा किया है कि कोई भी वैश्विक शक्ति भारत को महाशक्ति बनने से नहीं रोक सकती।
रक्षा मंत्री ने अपने भाषण में कहा, ‘कुछ लोग भारत की प्रगति को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। वे इसे अच्छी तरह से नहीं ले रहे हैं। उन्हें लग रहा है कि सबके बॉस तो हम हैं फिर भारत इतनी तेज़ी से कैसे आगे बढ़ रहा है’? उन्होंने ट्रंप के टैरिफ पर कहा, ‘अब भारत में निर्मित उत्पादों को दूसरे देशों में निर्यात करते समय उन्हें और महंगा बनाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन जिस गति से भारत प्रगति कर रहा है, मैं आपको विश्वास दिला सकता हूं कि कोई भी वैश्विक शक्ति हमें महाशक्ति बनने से नहीं रोक सकती’।
भोपाल से पहले रायसेन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहलगाम कांड और ऑपरेशन सिंदूर पर बयान दिया। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा, ‘पहलगाम की घटना के बाद उन्होंने मान लिया था कि भारत शांत बैठ जाएगा। प्रधानमंत्री का संकल्प था कि हम इसका मुंह तोड़ जवाब देंगे’। धर्म पूछ कर हत्या किए जाने पर राजनाथ ने कहा, ‘ऐसी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी कि धर्म पूछकर मारेंगे। हम किसी की हत्या में विश्वास ही नहीं करते हैं… हमने ठान लिया था कि हम धर्म पूछकर नहीं मारेंगे हम उनका कर्म देखकर मारेंगे और हमने कर्म देखकर मारा’।