नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन की बीच सोमवार को तुर्किए के इस्तांबुल में हुई शांति वार्ता में कोई नतीजा नहीं निकला। वार्ता महज एक घंटे में खत्म हो गई। वैसे भी इस वार्ता में कोई नतीजा निकलने की उम्मीद नहीं थी क्योंकि वार्ता से चंद घंटे पहले ही यूक्रेन ने रूस पर अभी तक का सबसे बड़ा हमला किया था। उसने रूस की सीमा में चार हजार किलोमीटर अंदर तक ड्रोन से हमला करके कई लड़ाकू विमान मार गिराए थे। इससे पहले दोनों देशों के बीच तुर्किए में ही 16 मई को वार्ता हुई थी। तब भी दो घंटे बातचीत में कोई नतीजा नहीं निकला था।
बहरहाल, रूस पर यूक्रेन के सबसे बड़े हमले को लेकर पूछे जाने पर तुर्किए में वार्ता के लिए गई रूस की टीम ने कल तक यानी मंगलवार तक इंतजार करने को कहा। माना जा रहा है कि रूस अभी और बड़ा हमला करेगा। हालांकि रूस ने यूक्रेन पर अपने मिसाइल और ड्रोन हमले बढ़ा दिए हैं। यूक्रेन के हमले के बाद हुए रूसी हमले में कम से कम 12 यूक्रेनी सैनिक मारे गए हैं।
सोमवार की वार्ता में यूक्रेन का प्रतिनिधिमंडल बातचीत के लिए सेना के यूनिफॉर्म में पहुंचा था। यूक्रेन की तरफ से रक्षा मंत्री रुस्टेम उमेरोव और रूस की तरफ से राष्ट्रपति पुतिन के करीबी व्लादिमिर मेंडिस्की ने इस बातचीत में भाग लिया। बताया जा रहा है कि दोनों देशों के प्रतिनिधि आगे भी मिलते रहेंगे। इस बीच रूस के रक्षा मंत्रालय ने माना है कि यूक्रेन के किए गए ड्रोन हमलों में देश भर के पांच सैन्य एयरबेस को निशाना बनाया गया, जिससे कई विमानों को नुकसान पहुंचा था। रूस के रक्षा मंत्रालय ने यह भी दावा किया कि यूक्रेन के ज्यादातर ड्रोन हमलों को नाकाम कर दिया गया।