Thursday

31-07-2025 Vol 19

वाल्मिकी निगम घोटाला: पूर्व मंत्री नागेंद्र ईडी की हिरासत में

299 Views

बेंगलुरु | प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वाल्मिकी निगम घोटाला मामले में पूछताछ के लिए कर्नाटक के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता बी नागेंद्र को हिरासत में लिया है।

ईडी ने यह कार्रवाई श्री नागेंद्र के परिसरों सहित कई ठिकानों पर दो दिनों की व्यापक तलाशी के बाद की है। नागेंद्र ने ईडी कार्यालय जाते समय संवाददाताओं से कहा की मुझे मेरे घर से ले जाया जा रहा हैं। और मुझे नहीं पता कि क्या हो रहा हैं।

यह घटनाक्रम कथित घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की जांच के बाद हुआ है। यह उस समय हुआ जब पूर्व मंत्री के निजी सहायक, हरीश और उनके निजी सचिव, देवेंद्रप्पा से गुरुवार को नागेंद्र की उपस्थिति में 18 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई।

नागेंद्र को कल देर रात ईडी अधिकारी पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई। विगत 21 मई को निगम के लेखा अधीक्षक पी. चन्द्रशेखरन की मृत्यु के बाद मामला सामने आया।

चन्द्रशेखरन ने एक कथित सुसाइड नोट में कई अधिकारियों पर निगम के खातों से विभिन्न अन्य बैंक खातों में अवैध धन हस्तांतरण करने का आरोप लगाया गया।

इन आरोपों के मद्देनजर, दो अधिकारियों को निलंबित किया गया था और अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री के रूप में कार्यरत नागेंद्र ने छह जून को अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया, जिसके परिणामस्वरूप मामले से जुड़े 11 व्यक्तियों की अब तक गिरफ्तारी हुई है।

लेखा अधीक्षक चंद्रशेखरन ने अपने सुसाइड नोट में राज्य संचालित निगम के बैंक खाते से 187 करोड़ रुपये के हस्तांतरण का आरोप भी लगाया गया। और जिसमें कथित तौर पर 88.62 करोड़ रुपये कई आईटी कंपनियों और हैदराबाद स्थित सहकारी बैंक के खातों में अवैध रूप से भेजे गए हैं।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) भी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शिकायत के आधार पर मामले की जांच कर रही है।

कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा ने नागेंद्र और एक अन्य व्यक्ति बसनगौड़ा दद्दल पर ईडी के छापे का स्वागत करते हुए कहा, यह संभवतः राज्य के इतिहास में सबसे बड़े घोटालों में से एक है। अनुसूचित जनजाति (एसटी) समुदायों के धन को लोकसभा और चुनाव उद्देश्यों के लिए अन्य राज्यों में भेजा गया है।

वरिष्ठ भाजपा नेता बी श्रीरामुलु ने गुरुवार को आरोप लगाया कि कर्नाटक महर्षि वाल्मिकी अनुसूचित जनजाति विकास निगम मामले में शामिल घोटालेबाजों ने धन की हेराफेरी के लिए सरकार और बैंक अधिकारियों को हनीट्रैप में फंसाया है।

उन्होंने दावा किया कि आदिवासी लोगों के कल्याण के लिए आए पैसे से लग्जरी कारें खरीदी गईं और धन का इस्तेमाल लोकसभा चुनाव सहित विभिन्न चुनावों में किया गया है।

कर्नाटक विधानसभा के मानसून सत्र के करीब आने के साथ भाजपा ने कांग्रेस सरकार की नीतियों के विरोध में विधान सौध का घेराव करने की योजना बनाई है।

राज्य भाजपा महासचिव सुनील कुमार ने कहा, यह सरकार घोटालों में फंसी हुई है – जिसमें मुडा घोटाला, वाल्मिकी निगम घोटाला, एससीएसपी टीएसपी घोटाला और श्रम विभाग घोटाला शामिल है। राज्य में कई घोटालों का रिकॉर्ड है और कोई विकास नहीं हुआ है।

NI Desk

Under the visionary leadership of Harishankar Vyas, Shruti Vyas, and Ajit Dwivedi, the Nayaindia desk brings together a dynamic team dedicated to reporting on social and political issues worldwide.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *