देहरादून/शिमला। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से बड़ी तबाही मची है। कई जगह भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं हुई हैं। केरल व ओडिशा सहित देश के कुछ और हिस्सों में भी मानसून की बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हुआ है लेकिन इन दो राज्यों में हालात ज्यादा खराब हैं। भारी बारिश और खराब मौसम की वजह से उत्तराखंड में चारधाम यात्रा अगले 24 घंटे के लिए रोक दी गई है। यात्रियों को हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, सोनप्रयाग और विकासनगर में ही रोकने के आदेश दिए गए हैं।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में यमुनोत्री मार्ग पर बादल फटने से दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि सात मजदूर लापता हैं। जिला मजिस्ट्रेट प्रशांत आर्य ने बताया कि मजदूर एक होटल के निर्माण कार्य में लगे हुए थे। जिस समय बादल फटा और भूस्खलन हुआ, उस समय कैंप साइट पर 29 मजदूर थे। उनमें से 20 को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि नौ मजदूर बह गए। बाद में दो शव बरामद हुए और सात लोगों की तलाश चल रही है।
ऐसे ही हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश के चलते कई जिलों में भूस्खलन और पानी भरने की घटनाएं सामने आई हैं। राज्य के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने बताया कि बारिश से जुड़ी दुर्घटनाओं में 20 जून से अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि शनिवार को धर्मशाला में अचानक आई बाढ़ में नौ लोग बह गए, जिनमें से सात शव बरामद कर लिए गए। शवों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। इस बीच बताया गया है कि मानसून की तैयारियों पर सोमवार को एक उच्च स्तरीय बैठक होगी।