कांग्रेस नेता राहुल गांधी की यात्रा पश्चिम बंगाल में पहुंच गई है लेकिन वहां भी उनके साथ वैसा ही बरताव हो रहा है, जैसा असम में हुआ। असम में मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा पूरी तरह से उनके खिलाफ थे और उन्होंने उनकी यात्रा में हर जगह अड़ंगेबाजी की। कई जगह भाजपा के कार्यकर्ताओं द्वारा पोस्टर, बैनर फाड़े जाने की खबर आई तो कुछ जगहों पर यात्रा पर हमला होने की भी खबर आई। राहुल गांधी को 22 जनवरी को यानी अयोध्या वाले कार्यक्रम के दिन वहां के एक मंदिर में जाने से रोक दिया गया। फिर उनकी यात्रा गुवाहाटी पहुंची तो शहर में यात्रा को रोका गया, जिसके बाद कांग्रेस नेताओं ने बैरिकेडिंग वगैरह तोड़ी और राज्य सरकार ने उनके ऊपर मुकदमा दर्ज कराया।
लगभग इसी तरह का बरताव पश्चिम बंगाल में भी हो रहा है, जबकि अकेले लड़ने का ऐलान कर चुकी ममता बनर्जी अब भी ‘इंडिया’ का हिस्सा हैं और गांधी परिवार के साथ उनके बहुत अच्छे व निजी संबंध रहे हैं। फिर भी राहुल की यात्रा को लेकर कई जगह बाधाएं डाली गईं। जब राहुल की यात्रा असम से निकल कर कूच बिहार के रास्ते बंगाल में पहुंची तो तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने यात्रा का विरोध किया और बैनर दिखाया कि बिहार में दीदी अकेले काफी हैं। इसके बाद खबर आई कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने राहुल की रैली की अनुमति नहीं दी है। कोलकाता में राहुल का रोड शो करने की अनुमति के लिए भी कांग्रेस नेता मशक्कत कर रहे हैं।