ऐसा लग रहा है कि इस बार विधानसभा चुनाव में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी तय कर देंगे। इस बार नवीन पटनायक गंजम जिले की अपनी पारंपरिक हिंजिली सीट के अलावा बोलांगीर जिले की कांटाबांजी सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं। वे पहली बार दो सीटों से चुनाव लड़ेंगे। हिंजिली सीट पर वे सन 2000 से लड़ रहे हैं। जानकार सूत्रों का कहना है कि वे दोनों सीटों पर जीतेंगे और फिर हिंजिली सीट खाली कर देंगे। अपनी इस पारंपरिक सीट पर वे अपने करीबी सहयोगी और पूर्व आईएएस अधिकारी वीके पांडियन की पत्नी सुजाता कार्तिकेयन को चुनाव लड़ा सकते हैं।
गौरतलब है कि लंबे समय से ओडिशा में वीके पांडियन को नवीन पटनायक का उत्तराधिकारी माना जा रहा है। लेकिन वे तमिलनाडु के हैं। इसलिए उनको राजनीतिक सत्ता सौंपने से नुकसान की आशंका है। जैसे ही पांडियन ने आईएएस की सेवा से रिटायरमेंट ली वैसे ही भाजपा ने इसे मुद्दा बना दिया था। इसलिए उनको उत्तराधिकारी बनाने में नवीन पटनायक को खतरा दिख रहा है। लेकिन पांडियन की पत्नी सुजाता कार्तिकेयन ओडिशा की हैं। वे भी आईएएस हैं। उनको अगर उत्तराधिकारी बनाया जाता है तो ओड़िया अस्मिता का मुद्दा नहीं बन पाएगा। तभी इस बात का इंतजार हो रहा है कि नवीन पटनायक दोनों सीटों पर जीत कर कौन सी सीट खाली करते हैं और वहां से किसको चुनाव में उतारते हैं। उसी से उत्तराधिकार तय होने की खबर है।