ऐसा लग रहा है कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की पार्टियां किसी न किसी बहाने से राहुल गांधी की यात्रा से दूरी बना रही हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि कांग्रेस सहयोगियों को न्योता नहीं देती है। हालांकि कांग्रेस ने इसका विरोध किया है। लेकिन ऐसा लग रहा है कि वे अभी से माहौल बना रहे हैं कि यात्रा में शामिल न हों। ध्यान रहे राहुल गांधी की पहली भारत जोड़ो यात्रा में भी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभी सहयोगी पार्टियों को न्योता भेजा था लेकिन अखिलेश यादव की पार्टी से कोई भी यात्रा में शामिल नहीं हुआ था।
इस बार समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे की बातचीत हो रही है। बुधवार को ही रामगोपाल यादव की अध्यक्षता में सपा के तीन नेताओं की टीम ने कांग्रेस की नेशनल अलायंस कमेटी के साथ लंबी बैठक की थी और कहा जा रहा है कि सीट बंटवारे पर काफी हद तक सहमति बन गई है। लेकिन यह भी तय बताया जा रहा है कि अखिलेश यादव यात्रा में नहीं शामिल होंगे। कहा जा रहा कि वे इसलिए यात्रा में नहीं शामिल होंगे क्योंकि इससे यह मैसेज जाएगा कि राहुल नेता हैं और अखिलेश सबऑर्डिनेट हैं। सपा यह मैसेज नहीं देना चाहती है। गौरतलब है कि अखिलेश यादव की बेटी ने पिछले दिनों सोशल मीडिया में अखिलेश की फोटो शेयर करके पूछा था कि ‘क्या पापाजी प्रधानमंत्री बन सकते हैं’। जाहिर है पीएम बनने की महत्वाकांक्षा रखने वाला कोई व्यक्ति कैसे राहुल की यात्रा में शामिल होगा।