सुखबीर सिंह बादल ने अपनी पार्टी शिरोमणि अकाली दल का विस्तार दूसरे राज्यों में करने का फैसला किया है। अभी तक उनकी पार्टी पंजाब, हरियाणा और दिल्ली की राजनीति करती रही है। इसमें भी दिल्ली और हरियाणा में उनकी पार्टी एक-दो सीटों की राजनीति करती थी और किसी न किसी पार्टी के साथ तालमेल करके लड़ती थी। लेकिन अब इन तीन राज्यों के अलावा दूसरे राज्यों में भी वे अपनी पार्टी को ले जाना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने सबसे पहले राज्य के तौर पर बिहार का चुनाव किया है। जल्दी ही उनकी पार्टी की एक प्रतिनिधिमंडल बिहार का दौरा करेगा। ध्यान रहे बिहार सिख धर्म का एक प्रमुख केंद्र है। सिखों के दसवें गुरू गोविंद सिंह का जन्म बिहार में हुआ था। पटना साहिब गुरुद्वारे में दुनिया भर के सिख पहुंचते हैं। बताया जा रहा है कि इसके बाद झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अकाली दल के विस्तार का प्रयास होगा।
बहरहाल, कहा जा रहा है कि सुखबीर बादल अब भाजपा के साथ जाने की बजाय अपनी पार्टी के बुनियादी सिद्धांतों पर काम करेंगे। बुनियादी सिद्धांत का मतलब है सिख केंद्रित राजनीति। लंबे समय के बाद उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में कार्रवाई नहीं कर पाने के लिए सार्वजनिक माफी मांगी। उन्होंने अपनी पार्टी को सिखों के हितों की रक्षा करने वाली पार्टी के तौर पर पेश किया। उन्होंने यह भी कहा कि देश में 18 फीसदी मुस्लिम हैं लेकिन एकजुट नहीं होने की वजह से परेशान हैं। सिख दो फीसदी हैं लेकिन अकाल तख्त की वजह से एकजुट हैं तो उनका महत्व है।