कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे संगठन में बदलाव का काम किश्तों में कर रहे हैं। अध्यक्ष बनने के करीब एक साल बाद उन्होंने कार्य समिति का गठन किया। उसके करीब दो महीने बाद पार्टी पदाधिकारियों की नियुक्ति की और अब कहा जा रहा है कि कांग्रेस के तीन फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन में बदलाव करने वाले हैं। हालांकि इस बदलाव के बारे में भी काफी समय से सुना जा रहा है। सबसे ज्यादा चर्चा यूथ कांग्रेस को लेकर होती रही है। यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कोरोना के समय लोगों की मदद करके बड़ा नाम कमाया। पूरे देश में लोग उनको जानते हैं। लेकिन यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर उनको लंबा अरसा हो गया है। बताया जा रहा है कि उत्तर भारत से ही यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने पर विचार हो रहा है। खड़गे के अध्यक्ष बनने और केसी वेणुगोपाल के फिर से संगठन महासचिव नियुक्त होने के बाद अब दक्षिण के किसी और चेहरे की जरुरत नहीं है।
बताया जा रहा है कि हरियाणा से यूथ कांग्रेस का अध्यक्ष चुना जा सकता है। इसी तरह कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के अध्यक्ष की भी नियुक्ति होनी है। सीपीआई से कांग्रेस में गए जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को एनएसयूआई का प्रभारी बना दिया गया लेकिन नया अध्यक्ष नियुक्त नहीं हुआ। इस पद पर भी उत्तर भारत से ही नियुक्ति होगी। ऐसे ही महिला कांग्रेस के अध्यक्ष की नियुक्ति होनी है। सुष्मिता देब के पार्टी छोड़ने के बाद नेटा डिसूजा को महिला कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। तब से वे काम कर रही हैं। कांग्रेस के जानकार सूत्रों का कहना है कि दिल्ली के पूर्व विधायक और दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ की अध्यक्ष रही अलका लांबा को यह जिम्मेदारी मिल सकती है।