शिव सेना के उद्धव ठाकरे गुट ने महाराष्ट्र की एक छोटी पार्टी वंचित बहुजन अघाड़ी यानी वीबीए के साथ तालमेल कर लिया है। बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के पौत्र प्रकाश अंबेडकर इस पार्टी के प्रमुख हैं। वीबीए से तालमेल की घोषणा करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनके पिता प्रबोधंकर ठाकरे और भीमराव अंबेडकर समकालीन थे और दोनों में राजनीति और समाज को लेकर एक गहरी साझा समझ थी। इस तालमेल को लेकर खबर है कि एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार नाराज हैं। पवार ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा कि वंचित बहुजन अघाड़ी के साथ तालमेल करने के बारे में महाविकास अघाड़ी यानी तीन पार्टियों को गठबंधन में चर्चा नहीं की थी। उन्होंने एकतरफा तरीके से तालमेल किया है।
स्वाभाविक तौर पर शरद पवार की नाराजगी जायज है क्योंकि जब एनसीपी, कांग्रेस और शिव सेना का उद्धव ठाकरे गुट एक साथ हैं और तीनों का महाविकास अघाड़ी साथ मिल कर अगला लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ना चाहता है तो ऐसे में एक पार्टी का एकतरफा तालमेल करना सवाल खड़े करता है। कांग्रेस के नेता भी इसे लेकर आशंकित हैं। उनको लग रहा है कि उद्धव ठाकरे कोई स्वतंत्र राजनीति भी कर रहे हैं, जिसके लिए उन्होंने प्रकाश अंबेडकर की पार्ट से तालमेल किया है। उनको लग रहा है कि ये दोनों पार्टियां अलग चुनाव लड़ सकती हैं और चुनाव के बाद भाजपा या कांग्रेस और एनसीपी में से किसी गठबंधन के साथ रहने का विकल्प चुन सकती हैं। इस बीच एनसीपी और भाजपा की करीबी की चर्चाएं भी तेज हो गई हैं। शिव सेना के एकनाथ शिंदे गुट, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और एनसीपी की करीबी की भी चर्चा है। सो, महाराष्ट्र में आने वाले दिनों में राजनीतिक समीकरण बदल भी सकता है।