BBC documentary

  • बीबीसी वृत्तचित्र विवाद: अदालत ने छात्र नेता को निष्कासित करने का डीयू का फैसला रद्द किया

    नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय (delhi high court) ने 2002 के गुजरात दंगों (gujarat riot) पर आधारित ‘बीबीसी’ के विवादित वृत्तचित्र को विश्वविद्यालय परिसर में दिखाए जाने के मामले में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) के नेता लोकेश चुग को एक साल के लिए निष्कासित किए जाने के दिल्ली विश्वविद्यालय के आदेश को बृहस्पतिवार को रद्द कर दिया। न्यायमूर्ति पुरुषेंद्र कुमार कौरव ने कहा कि पीएचडी शोधार्थी और एनएसयूआई (NSUI) के राष्ट्रीय सचिव लोकेश चुग (Lokesh Chugh) के खिलाफ कार्रवाई न्याय के सिद्धांत का उल्लंघन करते हुए की गई और आदेश में ‘प्रशासनिक प्राधिकरण द्वारा कारण बताए जाना आवश्यक है।’...

  • बीबीसी मामले में सुप्रीम कोर्ट के दखल की आरएसएस ने आलोचना की

    नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) (आरएसएस RSS) से संबंधित साप्ताहिक पत्रिका ‘पाञ्चजन्य’ ('Panchjanya') ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) पर बीबीसी वृत्तचित्र (BBC documentary) से जुड़े सोशल मीडिया लिंक (social media links) को प्रतिबंधित करने के आदेश को लेकर केंद्र सरकार को नोटिस भेजने के लिए उच्चतम न्यायालय की आलोचना की। ‘पाञ्चजन्य’ पत्रिका ने कहा कि भारत विरोधी तत्व कथित रूप से शीर्ष अदालत का ‘औजार’ की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। पत्रिका के ताजा संस्करण के एक संपादकीय में कहा गया है कि मानवाधिकारों के नाम पर आतंकवादियों को ‘बचाने’ के प्रयासों और पर्यावरण के नाम...

  • बीबीसी डॉक्यूमेंट्री को लेकर केंद्र को नोटिस

    नई दिल्ली। गुजरात दंगों को लेकर बनी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर रोक के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है। इस डॉक्यूमेंट्र को प्रतिबंधित करने से सरकार को रोकने का आदेश देने के लिए दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई हुई और सर्वोच्च अदालत ने केंद्र को नोटिस जारी करके तीन हफ्ते में जवाब मांगा है। अब इस मामले की आगे की सुनवाई अप्रैल में होगी। सर्वोच्च अदालत ने केंद्र सरकार को बीबीसी की डॉकयूमेंट्री 'इंडिया: द मोदी क्वेश्चन' को ब्लॉक करने के अपने फैसले से जुड़े सभी प्रासंगिक रिकॉर्ड पेश करने...

  • डॉक्यूमेंट्री का खौफ या और कुछ….?

    भोपाल। प्रधानमंत्री मोदी जी के भाषणों के रुख में अब अचानक परिवर्तन नजर आने लगा है, पहले वे अपने संबोधनो मैं अपने भविष्य की योजनाओं व देश हित के संदेश दिया करते थे, अब यह देखा जा रहा है कि वह देशवासियों से नहीं बल्कि अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से बात करके उन्हें पार्टी हित के संदेश दे रहे हैं और बताया यह जा रहा है कि मोदी जी के संभाषणों के लहजे व रुख में ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन "बीबीसी" की चर्चित डॉक्यूमेंट्री आम होने के बाद यह परिवर्तन आया है, अब वे कभी अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को चुनाव...

  • बी.बी.सी. से नाहक नाराजगी!

    बी.बी.सी. को ‘गोरे, क्रिश्चियन’, ‘नस्लवादी’, आदि कहकर दोषी दिखाने का प्रयास इसलिए भी निष्फल रहेगा, क्योंकि उस का वही रुख ट्रंप के अमेरिका, पूतिन के रूस, ओबन के हंगरी, आदि के लिए भी रहा है। वे सभी गोरे क्रिश्चियन ही हैं।... ऐसे कृत्रिम दोषारोपण करके निकलने का उपाय हिन्दुओ के लिए विशेष लज्जास्पद है क्योंकि उन की क्लासिक धर्मशिक्षा सत्य पर दृढ़ रहना सिखाती है। उस ठोस आधार को छोड़ कर क्षुद्र प्रपंच, पार्टीबंदी, छाती पीटना, आदि अत्यंत दुखद है। एक डॉक्यूमेंटरी बनाने पर बी.बी.सी. से नाराजगी जताना भारत के लिए सम्मान की बात नहीं। वह एक विश्व-प्रतिष्ठित, पुरानी समाचार-सेवा...

  • बीबीसी डॉक्यूमेंट्री का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा

    बी.बी.सी. को ‘गोरे, क्रिश्चियन’, ‘नस्लवादी’, आदि कहकर दोषी दिखाने का प्रयास इसलिए भी निष्फल रहेगा, क्योंकि उस का वही रुख ट्रंप के अमेरिका, पूतिन के रूस, ओबन के हंगरी, आदि के लिए भी रहा है। वे सभी गोरे क्रिश्चियन ही हैं।... ऐसे कृत्रिम दोषारोपण करके निकलने का उपाय हिन्दुओ के लिए विशेष लज्जास्पद है क्योंकि उन की क्लासिक धर्मशिक्षा सत्य पर दृढ़ रहना सिखाती है। उस ठोस आधार को छोड़ कर क्षुद्र प्रपंच, पार्टीबंदी, छाती पीटना, आदि अत्यंत दुखद है। एक डॉक्यूमेंटरी बनाने पर बी.बी.सी. से नाराजगी जताना भारत के लिए सम्मान की बात नहीं। वह एक विश्व-प्रतिष्ठित, पुरानी समाचार-सेवा...

  • राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के 10 छात्र निलंबित

    बी.बी.सी. को ‘गोरे, क्रिश्चियन’, ‘नस्लवादी’, आदि कहकर दोषी दिखाने का प्रयास इसलिए भी निष्फल रहेगा, क्योंकि उस का वही रुख ट्रंप के अमेरिका, पूतिन के रूस, ओबन के हंगरी, आदि के लिए भी रहा है। वे सभी गोरे क्रिश्चियन ही हैं।... ऐसे कृत्रिम दोषारोपण करके निकलने का उपाय हिन्दुओ के लिए विशेष लज्जास्पद है क्योंकि उन की क्लासिक धर्मशिक्षा सत्य पर दृढ़ रहना सिखाती है। उस ठोस आधार को छोड़ कर क्षुद्र प्रपंच, पार्टीबंदी, छाती पीटना, आदि अत्यंत दुखद है। एक डॉक्यूमेंटरी बनाने पर बी.बी.सी. से नाराजगी जताना भारत के लिए सम्मान की बात नहीं। वह एक विश्व-प्रतिष्ठित, पुरानी समाचार-सेवा...

  • बीबीसी डॉक्यूमेंट्री पर खान का सवाल

    बी.बी.सी. को ‘गोरे, क्रिश्चियन’, ‘नस्लवादी’, आदि कहकर दोषी दिखाने का प्रयास इसलिए भी निष्फल रहेगा, क्योंकि उस का वही रुख ट्रंप के अमेरिका, पूतिन के रूस, ओबन के हंगरी, आदि के लिए भी रहा है। वे सभी गोरे क्रिश्चियन ही हैं।... ऐसे कृत्रिम दोषारोपण करके निकलने का उपाय हिन्दुओ के लिए विशेष लज्जास्पद है क्योंकि उन की क्लासिक धर्मशिक्षा सत्य पर दृढ़ रहना सिखाती है। उस ठोस आधार को छोड़ कर क्षुद्र प्रपंच, पार्टीबंदी, छाती पीटना, आदि अत्यंत दुखद है। एक डॉक्यूमेंटरी बनाने पर बी.बी.सी. से नाराजगी जताना भारत के लिए सम्मान की बात नहीं। वह एक विश्व-प्रतिष्ठित, पुरानी समाचार-सेवा...

  • बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर दिल्ली यूनिवर्सिटी में विवाद

    बी.बी.सी. को ‘गोरे, क्रिश्चियन’, ‘नस्लवादी’, आदि कहकर दोषी दिखाने का प्रयास इसलिए भी निष्फल रहेगा, क्योंकि उस का वही रुख ट्रंप के अमेरिका, पूतिन के रूस, ओबन के हंगरी, आदि के लिए भी रहा है। वे सभी गोरे क्रिश्चियन ही हैं।... ऐसे कृत्रिम दोषारोपण करके निकलने का उपाय हिन्दुओ के लिए विशेष लज्जास्पद है क्योंकि उन की क्लासिक धर्मशिक्षा सत्य पर दृढ़ रहना सिखाती है। उस ठोस आधार को छोड़ कर क्षुद्र प्रपंच, पार्टीबंदी, छाती पीटना, आदि अत्यंत दुखद है। एक डॉक्यूमेंटरी बनाने पर बी.बी.सी. से नाराजगी जताना भारत के लिए सम्मान की बात नहीं। वह एक विश्व-प्रतिष्ठित, पुरानी समाचार-सेवा...

  • प्रतिबंध तेरे रूप अनेक!

    बी.बी.सी. को ‘गोरे, क्रिश्चियन’, ‘नस्लवादी’, आदि कहकर दोषी दिखाने का प्रयास इसलिए भी निष्फल रहेगा, क्योंकि उस का वही रुख ट्रंप के अमेरिका, पूतिन के रूस, ओबन के हंगरी, आदि के लिए भी रहा है। वे सभी गोरे क्रिश्चियन ही हैं।... ऐसे कृत्रिम दोषारोपण करके निकलने का उपाय हिन्दुओ के लिए विशेष लज्जास्पद है क्योंकि उन की क्लासिक धर्मशिक्षा सत्य पर दृढ़ रहना सिखाती है। उस ठोस आधार को छोड़ कर क्षुद्र प्रपंच, पार्टीबंदी, छाती पीटना, आदि अत्यंत दुखद है। एक डॉक्यूमेंटरी बनाने पर बी.बी.सी. से नाराजगी जताना भारत के लिए सम्मान की बात नहीं। वह एक विश्व-प्रतिष्ठित, पुरानी समाचार-सेवा...

  • जामिया, जेएनयू में डॉक्यूमेंट्री पर बवाल

    बी.बी.सी. को ‘गोरे, क्रिश्चियन’, ‘नस्लवादी’, आदि कहकर दोषी दिखाने का प्रयास इसलिए भी निष्फल रहेगा, क्योंकि उस का वही रुख ट्रंप के अमेरिका, पूतिन के रूस, ओबन के हंगरी, आदि के लिए भी रहा है। वे सभी गोरे क्रिश्चियन ही हैं।... ऐसे कृत्रिम दोषारोपण करके निकलने का उपाय हिन्दुओ के लिए विशेष लज्जास्पद है क्योंकि उन की क्लासिक धर्मशिक्षा सत्य पर दृढ़ रहना सिखाती है। उस ठोस आधार को छोड़ कर क्षुद्र प्रपंच, पार्टीबंदी, छाती पीटना, आदि अत्यंत दुखद है। एक डॉक्यूमेंटरी बनाने पर बी.बी.सी. से नाराजगी जताना भारत के लिए सम्मान की बात नहीं। वह एक विश्व-प्रतिष्ठित, पुरानी समाचार-सेवा...

  • मोदी के खिलाफ दुष्प्रचार सोची-समझी राजनीति का हिस्सा…

    बी.बी.सी. को ‘गोरे, क्रिश्चियन’, ‘नस्लवादी’, आदि कहकर दोषी दिखाने का प्रयास इसलिए भी निष्फल रहेगा, क्योंकि उस का वही रुख ट्रंप के अमेरिका, पूतिन के रूस, ओबन के हंगरी, आदि के लिए भी रहा है। वे सभी गोरे क्रिश्चियन ही हैं।... ऐसे कृत्रिम दोषारोपण करके निकलने का उपाय हिन्दुओ के लिए विशेष लज्जास्पद है क्योंकि उन की क्लासिक धर्मशिक्षा सत्य पर दृढ़ रहना सिखाती है। उस ठोस आधार को छोड़ कर क्षुद्र प्रपंच, पार्टीबंदी, छाती पीटना, आदि अत्यंत दुखद है। एक डॉक्यूमेंटरी बनाने पर बी.बी.सी. से नाराजगी जताना भारत के लिए सम्मान की बात नहीं। वह एक विश्व-प्रतिष्ठित, पुरानी समाचार-सेवा...

  • डॉक्यूमेंट्री के जाल में फंस गईं पार्टियां

    बी.बी.सी. को ‘गोरे, क्रिश्चियन’, ‘नस्लवादी’, आदि कहकर दोषी दिखाने का प्रयास इसलिए भी निष्फल रहेगा, क्योंकि उस का वही रुख ट्रंप के अमेरिका, पूतिन के रूस, ओबन के हंगरी, आदि के लिए भी रहा है। वे सभी गोरे क्रिश्चियन ही हैं।... ऐसे कृत्रिम दोषारोपण करके निकलने का उपाय हिन्दुओ के लिए विशेष लज्जास्पद है क्योंकि उन की क्लासिक धर्मशिक्षा सत्य पर दृढ़ रहना सिखाती है। उस ठोस आधार को छोड़ कर क्षुद्र प्रपंच, पार्टीबंदी, छाती पीटना, आदि अत्यंत दुखद है। एक डॉक्यूमेंटरी बनाने पर बी.बी.सी. से नाराजगी जताना भारत के लिए सम्मान की बात नहीं। वह एक विश्व-प्रतिष्ठित, पुरानी समाचार-सेवा...

  • मोदी पर बी.बी.सी. का हमला

    बी.बी.सी. को ‘गोरे, क्रिश्चियन’, ‘नस्लवादी’, आदि कहकर दोषी दिखाने का प्रयास इसलिए भी निष्फल रहेगा, क्योंकि उस का वही रुख ट्रंप के अमेरिका, पूतिन के रूस, ओबन के हंगरी, आदि के लिए भी रहा है। वे सभी गोरे क्रिश्चियन ही हैं।... ऐसे कृत्रिम दोषारोपण करके निकलने का उपाय हिन्दुओ के लिए विशेष लज्जास्पद है क्योंकि उन की क्लासिक धर्मशिक्षा सत्य पर दृढ़ रहना सिखाती है। उस ठोस आधार को छोड़ कर क्षुद्र प्रपंच, पार्टीबंदी, छाती पीटना, आदि अत्यंत दुखद है। एक डॉक्यूमेंटरी बनाने पर बी.बी.सी. से नाराजगी जताना भारत के लिए सम्मान की बात नहीं। वह एक विश्व-प्रतिष्ठित, पुरानी समाचार-सेवा...

  • दक्षिण में दिखाई जा रही है बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री

    बी.बी.सी. को ‘गोरे, क्रिश्चियन’, ‘नस्लवादी’, आदि कहकर दोषी दिखाने का प्रयास इसलिए भी निष्फल रहेगा, क्योंकि उस का वही रुख ट्रंप के अमेरिका, पूतिन के रूस, ओबन के हंगरी, आदि के लिए भी रहा है। वे सभी गोरे क्रिश्चियन ही हैं।... ऐसे कृत्रिम दोषारोपण करके निकलने का उपाय हिन्दुओ के लिए विशेष लज्जास्पद है क्योंकि उन की क्लासिक धर्मशिक्षा सत्य पर दृढ़ रहना सिखाती है। उस ठोस आधार को छोड़ कर क्षुद्र प्रपंच, पार्टीबंदी, छाती पीटना, आदि अत्यंत दुखद है। एक डॉक्यूमेंटरी बनाने पर बी.बी.सी. से नाराजगी जताना भारत के लिए सम्मान की बात नहीं। वह एक विश्व-प्रतिष्ठित, पुरानी समाचार-सेवा...

  • उठे सवाल जायज हैं

    बी.बी.सी. को ‘गोरे, क्रिश्चियन’, ‘नस्लवादी’, आदि कहकर दोषी दिखाने का प्रयास इसलिए भी निष्फल रहेगा, क्योंकि उस का वही रुख ट्रंप के अमेरिका, पूतिन के रूस, ओबन के हंगरी, आदि के लिए भी रहा है। वे सभी गोरे क्रिश्चियन ही हैं।... ऐसे कृत्रिम दोषारोपण करके निकलने का उपाय हिन्दुओ के लिए विशेष लज्जास्पद है क्योंकि उन की क्लासिक धर्मशिक्षा सत्य पर दृढ़ रहना सिखाती है। उस ठोस आधार को छोड़ कर क्षुद्र प्रपंच, पार्टीबंदी, छाती पीटना, आदि अत्यंत दुखद है। एक डॉक्यूमेंटरी बनाने पर बी.बी.सी. से नाराजगी जताना भारत के लिए सम्मान की बात नहीं। वह एक विश्व-प्रतिष्ठित, पुरानी समाचार-सेवा...

  • बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर रोक!

    बी.बी.सी. को ‘गोरे, क्रिश्चियन’, ‘नस्लवादी’, आदि कहकर दोषी दिखाने का प्रयास इसलिए भी निष्फल रहेगा, क्योंकि उस का वही रुख ट्रंप के अमेरिका, पूतिन के रूस, ओबन के हंगरी, आदि के लिए भी रहा है। वे सभी गोरे क्रिश्चियन ही हैं।... ऐसे कृत्रिम दोषारोपण करके निकलने का उपाय हिन्दुओ के लिए विशेष लज्जास्पद है क्योंकि उन की क्लासिक धर्मशिक्षा सत्य पर दृढ़ रहना सिखाती है। उस ठोस आधार को छोड़ कर क्षुद्र प्रपंच, पार्टीबंदी, छाती पीटना, आदि अत्यंत दुखद है। एक डॉक्यूमेंटरी बनाने पर बी.बी.सी. से नाराजगी जताना भारत के लिए सम्मान की बात नहीं। वह एक विश्व-प्रतिष्ठित, पुरानी समाचार-सेवा...

  • बीबीसी ड़ॉक्युमेंट्री है दुष्प्रचार

    बी.बी.सी. को ‘गोरे, क्रिश्चियन’, ‘नस्लवादी’, आदि कहकर दोषी दिखाने का प्रयास इसलिए भी निष्फल रहेगा, क्योंकि उस का वही रुख ट्रंप के अमेरिका, पूतिन के रूस, ओबन के हंगरी, आदि के लिए भी रहा है। वे सभी गोरे क्रिश्चियन ही हैं।... ऐसे कृत्रिम दोषारोपण करके निकलने का उपाय हिन्दुओ के लिए विशेष लज्जास्पद है क्योंकि उन की क्लासिक धर्मशिक्षा सत्य पर दृढ़ रहना सिखाती है। उस ठोस आधार को छोड़ कर क्षुद्र प्रपंच, पार्टीबंदी, छाती पीटना, आदि अत्यंत दुखद है। एक डॉक्यूमेंटरी बनाने पर बी.बी.सी. से नाराजगी जताना भारत के लिए सम्मान की बात नहीं। वह एक विश्व-प्रतिष्ठित, पुरानी समाचार-सेवा...

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