Constitution

  • प्रस्तावना में ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द नहीं

    नई दिल्ली। संसद के विशेष सत्र में एक नया विवाद शुरू हो गया है। पुराने से नए संसद भवन में जाने के दौरान सभी सांसदों को सरकार की ओर से एक एक थैला दिया गया था, जिसमें संविधान की प्रति के अलावा कुछ अन्य चीजें थीं। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि सरकार की ओर से दिए गए संविधान की प्रति में जो प्रस्तावना है उसमें से ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्षता’ शब्द हटा दिया गया है। इसके जवाब में सरकार ने कहा है कि संविधान की कॉपी में मूल संविधान की प्रस्तावना शामिल की गई है। जिसमें ये 'धर्मनिरपेक्ष' और 'समाजवादी'...

  • अध्यादेश पर घमासानः केजरीवाल को मिला नीतीश का साथ

    नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि संविधान को बचाने के लिए देश भर में सभी को एकजुट होने की ज़रूरत है। श्री कुमार ने यहाँ मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाक़ात करने के बाद रविवार को पत्रकारों से कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसले के बाद केंद्र सरकार द्वारा जो करने की कोशिश हो रही है वह विचित्र है। सरकार को जो अधिकार दिया गया है उसे कैसे छीन सकते हैं। उन्होंने कहा कि सब लोग एकजुट हों, ताकि संविधान का ये लोग अपने ढंग से इधर-उधर कर रहे हैं उसे रोकें। उन्होंने अरविंद केजरीवाल की तारीफ...

  • कांग्रेस संविधान बचाओ आंदोलन करेगी

    नई दिल्ली। राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता समाप्त किए जाने के कांग्रेस ने दिल्ली से लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने एक बैठक करके राजनीतिक लड़ाई की रणनीति बनाई। कांग्रेस ने तय किया है कि वह सोमवार से प्रखंड से लेकर राजधानी तक संविधान बचाओ आंदोलन करेगी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए हर लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी के सारे नेता जेल जाने को तैयार हैं। इसके साथ ही कांग्रेस ने पूरे देश में ‘डरो मत’ अभियान शुरू करने का...

  • संविधान के मूल ढाँचे की व्यर्थ बहस

    डॉ. अंबेदकर ने कहा था: ‘‘राज्य के विभिन्न निकायों के काम सुचारू रूप से चलाने के लिए संविधान एक औजार मात्र है। यह औजार इस काम के लिए नहीं कि कुछ खास सदस्य या खास दल ही सत्ता में बिठाए जाएं। राज्य की क्या नीति हो, समाज की सामाजिक और आर्थिक व्यवस्था कैसे संगठित हो – यह सब समय और परिस्थिति अनुसार लोगों को स्वयं तय करना है।..यह पंक्तियाँ साफ दर्शाती हैं कि हमारे संविधान निर्माताओं के अनुसार न तो संविधान ‘धर्म-ग्रंथ’ है, न उस का कोई ‘मूल ढाँचा’ है, न उस में कुछ भी अपरिवर्तनीय है। किसी भवन के...

  • अनुसूची में दर्ज भाषाओं में सुप्रीम कोर्ट का फैसला

    नई दिल्ली। प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ (Chief Justice DY Chandrachud) ने बुधवार को कहा कि ‘इलेक्ट्रॉनिक सुप्रीम कोर्ट रिपोर्ट्स’ ('Electronic Supreme Court Reports') (ई-एससीआर-e-SCR) परियोजना गणतंत्र दिवस (Republic Day) से संविधान की आठवीं अनुसूची में दर्ज भाषाओं में न्यायालय के फैसलों तक पहुंच मुहैया कराना शुरू कर देगी। पीठ के सुनवाई के लिए बैठते ही प्रधान न्यायाधीश ने वकीलों से कहा कि शीर्ष अदालत बृहस्पतिवार को ई-एससीआर परियोजना के एक हिस्से का क्रियान्वयन शुरू करेगी, जिसके तहत अनुसूची में दर्ज कुछ स्थानीय भाषाओं में फैसलों तक नि:शुल्क पहुंच उपलब्ध हो सकेगी। उन्होंने कहा, ‘‘ई-एससीआर के अलावा, अब हमारे पास स्थानीय...

  • संविधान ब्रह्मवाक्य नहीं है

    नई दिल्ली। प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ (Chief Justice DY Chandrachud) ने बुधवार को कहा कि ‘इलेक्ट्रॉनिक सुप्रीम कोर्ट रिपोर्ट्स’ ('Electronic Supreme Court Reports') (ई-एससीआर-e-SCR) परियोजना गणतंत्र दिवस (Republic Day) से संविधान की आठवीं अनुसूची में दर्ज भाषाओं में न्यायालय के फैसलों तक पहुंच मुहैया कराना शुरू कर देगी। पीठ के सुनवाई के लिए बैठते ही प्रधान न्यायाधीश ने वकीलों से कहा कि शीर्ष अदालत बृहस्पतिवार को ई-एससीआर परियोजना के एक हिस्से का क्रियान्वयन शुरू करेगी, जिसके तहत अनुसूची में दर्ज कुछ स्थानीय भाषाओं में फैसलों तक नि:शुल्क पहुंच उपलब्ध हो सकेगी। उन्होंने कहा, ‘‘ई-एससीआर के अलावा, अब हमारे पास स्थानीय...

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