यह तो संविधान का अपमान
जहां तक संविधान के अपमान की बात है तो कांग्रेस और उसके इंडी गठबंधन के नेता लगातार संवैधानिक संस्थाओं की शुचिता भंग कर रहे हैं। विपक्ष के ज्यादातर सांसदों ने संविधान हाथ में लेकर बेहद नाटकीय तरीके से शपथ ली लेकिन शपथ लेने के साथ ही संविधान की पवित्रता नष्ट करने लगे। ऐसा लग रहा है कि विपक्षी पार्टियों के लिए संसदीय परंपराओं और नियमों का कोई मतलब नहीं है। एस. सुनील नई लोकसभा के गठन के बाद संसद का दूसरा सत्र चल रहा है। पहले सत्र में सांसदों की शपथ हुई थी, राष्ट्रपति का अभिभाषण हुआ था और फिर...