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  • सीपीएम और कांग्रेस का तालमेल कैसे होगा?

    सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। उन्होंने साफ कर दिया है कि पश्चिम बंगाल में सीपीएम ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस से तालमेल नहीं करेगी। येचुरी के इस बयान ने कांग्रेस की दुविधा बढ़ा दी है। कांग्रेस को तय करना होगा कि सीपीएम के साथ उसका तालमेल कैसे होगा। कांग्रेस को वैसे तय पता है कि केरल में उसको सीपीएम के खिलाफ लड़ना है। वहां दोनों पार्टियां आमने-सामने लड़ेंगी। उनको पता है कि अगर उन्होंने तालमेल बनाया तो भाजपा को बड़ा फायदा होगा क्योंकि विपक्ष का पूरा वोट उसके साथ चला जाएगा। इसलिए...

  • त्रिपुरा में सीपीएम पर मोदी का हमला

    अगरतला। दो दिन के अंतराल पर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी एक बार फिर त्रिपुरा में चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे। उन्होंने सोमवार को चुनावी रैली में सीपीएम पर निशाना साधा और कहा कि इस राज्य में 30 साल तक राज करने वाली सीपीएम ने यहां के लोगों को गुलाम समझ रखा था। प्रधानमंत्री इससे पहले शनिवार को त्रिपुरा पहुंचे थे और दो चुनावी रैलियों को संबोधित किया था। सोमवार को उन्होंने बेंगलुरु में एयरो इंडिया 2023 का उद्घाटन किया और उसके बाद चुनावी रैली में भाग लेने त्रिपुरा पहुंचे। त्रिपुरा की चुनावी सभा में सीपीएम पर निशाना साधते हुए उन्होंने...

  • त्रिपुरा में सीपीएम का गुजरात मॉडल

    त्रिपुरा में सीपीएम ने विधानसभा चुनाव के लिए 46 उम्मीदवारों के नाम तय कर दिए हैं। राज्य की 60 में से 46 सीटों पर सीपीएम लड़ेगी और बाकी सीटें उसने कांग्रेस के लिए छोड़ी हैं। इस बार सीपीएम ने त्रिपुरा में भाजपा का गुजरात मॉडल लागू किया है। पार्टी ने एक को छोड़ कर पिछले साले विधायकों की टिकट काट दी है। पिछले चुनाव में सीपीएम के 16 विधायक जीते थे, जिनमें पांच बार मुख्यमंत्री रहे मानिक सरकार भी शामिल थे। इस बार मानिक सरकार सहित 15 विधायक चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। सिर्फ एक निवर्तमान विधायक को टिकट दी...

  • सीपीएम से कैसे निभाए कांग्रेस?

    कांग्रेस और सीपीएम के बीच त्रिपुरा में तालमेल होने वाला है। दोनों पार्टियां इसकी घोषणा कर चुकी हैं। अगर पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी महागठबंधन बनाने के लिए राजी नहीं होती हैं तो अगले लोकसभा चुनाव में बंगाल में भी कांग्रेस और लेफ्ट मिल कर लड़ेंगे। लेकिन उससे पहले कांग्रेस के लिए सीपीएम के साथ संबंध निभाना मुश्किल होता जा रहा है। राहुल गांधी और सीताराम येचुरी की केमिस्ट्री की वजह से दोनों पार्टियों का संबंध चल रहा है। पर अभी तक येचुरी भी राहुल की भारत जोड़ो यात्रा में नहीं दिखे हैं। पता नहीं 30 जनवरी को श्रीनगर में...