Delhi Election Result

  • डरो मत के मंत्र से ही विपक्ष बचेगा!

    राजनीति में संघर्ष करना पड़ता है। स्टालिन को कितना इंतजार करना पड़ा। जयललिता के रहते हुए उनके संघर्ष लगातार चलते रहे। सत्तर के होने से दो तीन साल पहले ही वे मुख्यमंत्री बन पाए। और अब विपक्ष की राजनीति में उनका महत्वपूर्ण स्थान है। और तमिलनाडु के वे एकमात्र बड़े नेता हैं। पक्ष विपक्ष दोनों जगह। शोले फिल्म का डायलाग राजनीति में बिल्कुल सही साबित हो रहा है। जो डर गया समझो वह मर गया! वहां भी मरने से मतलब मरना नहीं था। यहां भी नहीं है। कोई हैसियत न रह जाना। निपट जाना। या जैसे गांव कस्बों में कहा...

  • आजाद से आगे और ओवैसी से पीछे बसपा

    delhi election result :  बहुजन समाज पार्टी की नेता मायावती ने इस बार दिल्ली का चुनाव गंभीरता से लड़ा था। उन्होंने अपने भतीजे आकाश आनंद को दिल्ली की जिम्मेदारी दी थी और खुद भी कई दिन तक दिल्ली में बैठ कर चुनाव मॉनिटर करती रही थीं। लेकिन ऐसा लग रहा है कि उनका दलित वोट पूरी तरह से साथ छोड़ कर आम आदमी पार्टी के साथ चला गया है। यह संभवतः पहली बार हुआ कि बसपा को आधे फीसदी से थोड़ा ज्यादा वोट आया। ( delhi election result ) मायावती की पार्टी दिल्ली की 70 में से 68 सीटों पर...

  • जीत में महिलाओं की हिस्सेदारी कम नहीं

    delhi election result: कहते हैं वक्त ख़राब हो तो ऊँट पर बैठे आदमी को भी कुत्ता काट लेता है। दिल्ली विधानसभा के इन चुनावों में लगता है अरविंद केजरीवाल केजरीवाल और उनकी पार्टी आप के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ दिखा। दिल्ली में लोगों और ख़ासकर महिलाओं को केजरीवाल ने जो सुविधाऐं मुहैया कराई उनसे ज़्यादा उन्होंने भविष्य में मिलने का वादा की गईं सुविधाओं पर भरोसा कर भाजपा को उम्मीद से ज़्यादा वोट दिए। या यूँ कहिए कि मोदी है तो मुमकिन हुआ पर साथ ही यह भी नहीं भूलना चाहिए कि आप पार्टी के पिछले तीन चुनावों...

  • दिल्ली में 27 साल बाद कमल

    नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 27 साल के बाद भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता में वापसी की है। भाजपा ने दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से 48 सीटें जीत कर दो तिहाई बहुमत हासिल किया है। पिछले चुनाव में 62 सीटें जीतने वाली आम आदमी पार्टी को महज 22 सीटें मिली हैं। कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली है। यह लगातार तीसरा चुनाव है, जिसमें कांग्रेस का खाता नहीं खुला है। भाजपा ने 1993 में 49 सीटें जीत कर सरकार बनाई थी और मदनलाल खुराना पहले मुख्यमंत्री बने थे। पांच साल के कार्यकाल में भाजपा ने तीन...