Lok Sabha Chunav

  • एक्जिट पोल में एनडीए 350 पार

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें और आखिरी चरण का मतदान समाप्त होने के बाद आए एक्जिट पोल के नतीजों में भारतीय जनता पार्टी और उसके नेतृत्व वाले गठबंधन एनडीए को प्रचंड बहुमत मिलता दिख रहा है। लगभग सभी मीडिया समूहों के एक्जिट पोल में भाजपा को तीन सौ से ज्यादा और एनडीए को साढ़े तीन सौ से ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं। एक्जिट पोल में कई राज्यों में चौंकाने वाले नतीजे आने का दावा किया गया है। तमिलनाडु, केरल और आंध्र प्रदेश तीनों राज्यों में भाजपा का खाता खुलता दिख रहा है तो पश्चिम बंगाल में उसकी...

  • कहां से शुरू, कहां खत्म!

    याद करें, राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के समय और 19 अप्रैल को मतदान के पहले चरण तक नरेंद्र मोदी का चेहरा कितना-कैसा दमदमाता हुआ था? वह चेहरा जो अफसरों की बैठकों में अबकी बार चार सौ पार के ख्यालों में निर्देश दे रहा था, शपथ के बाद काम का एजेंडा बनाओ। पहले चरण में मतदान की चुरू सीट की जनसभा में मोदी ने कहा था- चुरू के लोगों ने बता दिया है अबकी बार चार सौ पार। लेकिन ज्योंहि पहले चरण का मतदान हुआ और उसकी फीडबैक मिली नहीं कि मोदी की भाव-भंगिमा बदली। वे अगले चरण की बांसवाड़ा...

  • खत्म हुआ प्रचार का शोर

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के सातवें और आखिरी चरण के मतदान के लिए प्रचार समाप्त होने के साथ ही देश में चुनाव प्रचार का शोर थम गया। चुनाव की घोषणा के साथ ही 16 मार्च से शुरू हुआ प्रचार गुरुवार, 30 मई की शाम पांच बजे थम गया। आखिरी चरण में आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 57 सीटों और ओडिशा विधानसभा की बची हुई 42 सीटों पर शनिवार यानी एक जून को वोट डाले जाएंगे। इसके साथ ही मतदान की प्रक्रिया संपन्न हो जाएगी। लोकसभा की सभी सीटों और दो राज्यों की विधानसभाओं के लिए वोटों की...

  • 96 सीटों पर आज मतदान

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण का मतदान सोमवार को होगा। सोमवार, 13 मई को 10 राज्यों की 96 सीटों पर वोट पड़ेंगे और इसके साथ ही देश के 380 सीटों पर मतदान संपन्न हो जाएगा। चौथे चरण के मतदान के बाद देश के 18 राज्यों और चार केंद्र शासित प्रदेशों की 379 सीटों पर मतदान पूरा हो जाएगा। चौथे चरण में आंध्र प्रदेश की सभी 25 और तेलंगाना की सभी 17 सीटों पर मतदान होगा। इसके साथ ही दक्षिण भारत के सभी राज्यों में मतदान का कार्य समाप्त हो जाएगा। वोटों की गिनती चार जून को होगी।...

  • चुनाव आयोग दोहरा रैवया नहीं रख सकता

    लोकसभा चुनाव के प्रचार में चुनाव आयोग को कदम कदम पर अपनी निष्पक्षता और स्वतंत्रता का परिचय देना होता है। उसके हर कदम पर लोगों की नजर रहती है और पार्टियां खुल कर उसके ऊपर टिप्पणी करती हैं। लेकिन ऐसा लगता है कि चुनाव आयोग ने भी अपने आंख और कान बंद कर लिए हैं। उसे जो करना है वह कर रहा है। उसे इस की परवाह नहीं है कि लोग क्या कह रहे हैं। सोचें, लोग कुछ भी कहते रहें लेकिन प्रधानमंत्री को नोटिस नहीं देना पड़े इसके लिए चुनाव आयोग ने नया नियम बना लिया। यह तय कर...

  • नीतीश पर लालू से निजी हमला कौन करा रहा?

    बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों लालू प्रसाद और उनके परिवार के ऊपर निजी हमले कर रहे हैं। इससे पहले वे कभी निजी हमला नहीं करते थे। वे लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के राज को जंगल राज बता कर राजनीति करते रहे हैं और उसी पर उनको वोट मिलता रहा है। इसलिए उनको लालू के ऊपर निजी हमला करने की जरुरत नहीं पड़ी। इस बार जब वे राजद से अलग हुए और भाजपा के साथ गए तब से वे लगातार निजी हमले कर रहे हैं। यहां तक कि उन्होंने लालू प्रसाद के ज्यादा बच्चे पैदा करने पर भी...

  • दूसरे चरण का आज मतदान

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण की 88 सीटों पर शुक्रवार यानी 26 अप्रैल को मतदान होगा। पहले 12 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 89 सीटों पर वोटिंग होनी थी, लेकिन मध्य प्रदेश की बैतूल सीट पर बसपा प्रत्याशी के निधन के बाद इस सीट का चुनाव टल गया। अब इस सीट पर सात मई को मतदान होंगे। शुक्रवार को जिन 88 सीटों पर मतदान होना है उनमें से पिछली बार सबसे ज्यादा 50 सीटें भाजपा को मिली थीं। एनडीए के सहयोगी दलों ने आठ सीटें जीती थीं। कांग्रेस के खाते में 21 सीटें गईं थीं,...

  • चुनाव आयोग कर सकता है!

    जब तक न्यायालय ने किसी विपक्षी नेता/दल को किसी बात का अपराधी न ठहराया हो, तब तक किसी मंत्री द्वारा उस नेता या दल के विरुद्ध बोलना संविधान की शपथ के प्रतिकूल है। अतः असंवैधानिक, और पद का दुरुपयोग है। न केवल चुनाव के समय, बल्कि जब तक वह मंत्री पद पर है उस पूरी अवधि में।अतः चुनाव आयोग स्थाई आदेश दे सकता है कि मंत्री पद पर रहते हुए दलगत वक्तव्य न दिए जाएं। कोई मंत्री न अपने दल, न किसी विपक्षी दल का नाम लेकर उस की प्रशंसा या निन्दा करे।....मंत्रियों का केवल अपने चुनाव क्षेत्र में, मात्र...

  • भाजपा बिहार में क्यों चिंतित है?

    नीतीश कुमार को एनडीए में वापस ले आने के बाद भी ऐसा लग रहा है कि भाजपा बिहार में बहुत भरोसे में नहीं है। जब तक नीतीश राजद और कांग्रेस के साथ थे और विपक्ष को एकजुट कर रहे थे तब तक भाजपा के सामने एक बड़ी चुनौती थी। उसे अपनी जीती हुई 17 सीटें और अपनी करीबी सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी के दोनों गुटों की छह सीटों की चिंता था। Lok Sabha Chunav उसे किसी हाल में 23 सीटें बचानी थीं। लेकिन राजद, जदयू, कांग्रेस और लेफ्ट का गठबंधन बहुत मजबूत था। तभी नीतीश कुमार के लिए भाजपा ने...

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