धर्म संसद में एकता नहीं बन पाई
prayagraj mahakumbh: पिछले महाकुंभ में यानी 2013 में तब के इलाहाबाद में हुए महाकुंभ में धर्म संसद बहुत बड़ी हुई थी। उसमें कम से कम दो शंकराचार्य मौजूद थे। उनके अलावा कई अखाड़ों के महामंडलेश्वर भी शामिल हुए। तब अपनी लोकप्रियता के शिखर पर मौजूद बाबा रामदेव भी धर्म संसद में शामिल हुए थे। उसका आयोजन विश्व हिंदू परिषद की देखरेख में हुआ था और तब विहिप की कमान अशोक सिंघल के हाथ में थी।( prayagraj mahakumbh) उस समय महाकुंभ की धर्म संसद में प्रधानमंत्री के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का जिक्र हुआ था और साधु संतों ने एक...