Prayagraj

  • धर्म संसद में एकता नहीं बन पाई

    prayagraj mahakumbh: पिछले महाकुंभ में यानी 2013 में तब के इलाहाबाद में हुए महाकुंभ में धर्म संसद बहुत बड़ी हुई थी। उसमें कम से कम दो शंकराचार्य मौजूद थे। उनके अलावा कई अखाड़ों के महामंडलेश्वर भी शामिल हुए। तब अपनी लोकप्रियता के शिखर पर मौजूद बाबा रामदेव भी धर्म संसद में शामिल हुए थे। उसका आयोजन विश्व हिंदू परिषद की देखरेख में हुआ था और तब विहिप की कमान अशोक सिंघल के हाथ में थी।( prayagraj mahakumbh) उस समय महाकुंभ की धर्म संसद में प्रधानमंत्री के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का जिक्र हुआ था और साधु संतों ने एक...

  • महाकुंभ के शिविरों में आग

    Prayagraj Mahakumbh Fire: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में रविवार को महाकुंभ में आग लग गई। रेलवे पुल के नीचे सेक्टर 19 में गीता प्रेस के शिविर में रविवार की शाम साढ़े चार बजे आग लगी। इस आग में गीता प्रेस के एक सौ से ज्यादा कॉटेज जल कर राख हो गए। हालांकि इन शिविरों में कल्पवास कर रहे सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। महाकुंभ की आग में किसी की जान नहीं गई है लेकिन एक अनुमान के मुताबिक एक करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति जल गई है।(Prayagraj Mahakumbh Fire) घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री...

  • शिक्षा का संगम स्थल भी रहा प्रयागराज

    प्रयागराज सिर्फ बहुयज्ञ स्थल के रूप में ही नहीं, बल्कि प्राचीन काल से ही शिक्षा के महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में भी विश्वविख्यात रहा है। इतिहासवेताओं के अनुसार प्राचीन काल में यहाँ अनेक ऋषियों के आश्रम व गुरुकुल थे। त्रेतायुग में प्रयागराज में वर्तमान आनन्द भवन के समीप ही भरद्वाज (भारद्वाज) आश्रम था। यहीं भगवान राम के वन गमन काल में महर्षि भरद्वाज का आश्रम हुआ करता था। गंगा, यमुना और गुप्त सरस्वती के त्रिवेणी संगम स्थल पर अवस्थित उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में आगामी 13 जनवरी 2025 से भव्य रूप से आयोजित होने वाले कुम्भ मेले के कारण प्रयागराज चर्चा...

  • हर जगह बस कुंभ का रेलमपेला है!

    घूमने के सारे ठिकाने, पर्यटन स्थल चाहे कितने ही मनमोहक क्यों न हों, वहां कुंभ की रेलमपेल मची रहती है। जबकि छुट्टियों का एक मकसद भीड़-भाड़ से दूर जाना भी होता है। भारत भर में पूरे साल हर तरह के पर्यटन स्थल - बीच हों या पहाड़, तीर्थ हो या नेशनल पार्क - हमेशा बुक रहते हैं। हर जगह कुम्भ के मेले जैसा नज़ारा रहता है।  गहरा नीला आसमान और हवा में झूमते ताड़ के वृक्ष। बालकनी से मैं ज़मीन पर बिछी सफ़ेद रेत का अंतहीन सिलसिला देख सकती हूँ। धूप ठीक उतनी गर्म है, जितनी होनी चाहिए। दूर कहीं...

  • प्रयागराज में छात्र जीते!

    प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग यानी यूपीपीएससी को अपना फैसला बदलना पड़ा है। अब उत्तर प्रदेश की लोक सेवा की प्रारंभिक परीक्षा एक ही शिफ्ट में होगी। गौरतलब है कि करीब 20 हजार छात्र पिछले चार दिन से प्रयागराज में यूपीपीएससी के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने लाठीचार्ज करके और दूसरे तरीके से छात्रों को वहां से हटाने का प्रयास किया लेकिन जब कामयाबी नहीं मिली तो आयोग को छात्रों की बात माननी पड़ी। अब पीसीएस की परीक्षा एक शिफ्ट में होगी और आयोग जल्दी ही आरओ व एआरओ की परीक्षा भी एक शिफ्ट में...