Ram Mandir

  • राम मंदिर पर हमले की साजिश रचने वाला पकड़ा गया

    फरीदाबाद। अयोध्या में राम मंदिर पर हमले की साजिश रचने के संदेह में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। गुजरात के आतंकवाद निरोधक दस्ते यानी एटीएस और हरियाणा पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स, एसटीएफ ने एक साझा अभियान में फरीदाबाद से एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से दो हैंड ग्रेनेड भी जब्त किए गए हैं, जिन्हें सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत निष्क्रिय करा दिया। जानकार सूत्रों के मुताबिक, यह व्यक्ति अयोध्या में राम मंदिर पर हमले की साजिश रच रहा था। संदिग्ध की पहचान 19 साल के अब्दुल रहमान के रूप में हुई है। वह उत्तर...

  • धूमधाम से मनाई जाएगी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ

    Ram Mandir:  श्री राम जन्मभूमि मंदिर (Ram Mandir) में प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ धूमधाम से मनाई जाएगी। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी दी। पोस्ट में बताया गया है कि अयोध्या स्थित श्री राम जन्मभूमि मंदिर में श्री राम लला विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ 11 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी। राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ को प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन मंदिर परिसर में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम (Cultural Programme) आयोजित किए जाएंगे। यज्ञ मंडप में...

  • चुनाव हारे तो अयोध्यावासियों का बहिष्कार?

    जिन लोगों ने भी अयोध्यावासियों का बहिष्कार करने का आह्वान किया है, वे किस श्रेणी के लोग हैं? या तो वे मूर्ख और अज्ञानी हैं, जिन्होंने शास्त्रों का अध्ययन नहीं किया? या वे भक्त हैं ही नहीं और राम भक्त होने का झूठा दावा कर रहे हैं और अगर यह सब उन्होंने जानते-बूझते हुए किया है तो वे न सिर्फ़ ख़ुद घोर पाप कर रहे हैं, बल्कि अन्य भक्तों को भी पाप कर्म करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। जब से लोकसभा चुनावों के परिणाम आए हैं तब से सोशल मीडिया पर व अन्य माध्यमों से ऐसी बातें सुनने...

  • अवधेश प्रसाद का मुद्दा उलटा पड़ सकता है

    कांग्रेस और समाजवादी पार्टी दोनों फैजाबाद से चुनाव जीते सपा के अवधेश प्रसाद को इनामी ट्रॉफी की तरह संसद में घुमा रही है। सत्र के पहले दिन जब सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद संसद पहुंचे तो उन्होंने एक हाथ में संविधान की प्रति ली थी और दूसरे हाथ से अवधेश प्रसाद का हाथ थाम रखा था। बाद में पहली बार के सांसद अवधेश प्रसाद को अगली पंक्ति में बैठाया गया और अब कहा जा रहा है कि विपक्ष की ओर से उनको लोकसभा में डिप्टी स्पीकर के तौर पर आगे किया जा सकता है। विपक्षी पार्टियां अवधेश प्रसाद की...

  • राम मंदिर और 370 हमारा वादा था, हमने पूरा किया: अमित शाह

    नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण के लिए एक जून को मतदान होना है। चुनाव प्रचार के बीच गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया के साथ खास बातचीत की। इस बातचीत में उन्होंने लोकसभा चुनाव, राम मंदिर, जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 (Article 370) हटाने और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) सहित कई मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि आर्टिकल 370 हटाने के बाद कश्मीर के लोग मुख्यधारा के साथ जुड़ रहे हैं, इसका कारण है कि जब आर्टिकल 370 थी तब भी वो लोग वोट नहीं डाल रहे...

  • अयोध्या जाने वालों की कांग्रेस में पूछ

    यह बड़ी हैरानी की बात है कि कांग्रेस छोड़ने वाले लगभग सभी नेता किसी न किसी रूप में इस बात का जिक्र कर रहे हैं कि कांग्रेस राम मंदिर का विरोध करती थी और उसने अपने नेताओं को राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम में जाने से मना किया था। कांग्रेस छोड़ते हुए सभी नेता कह रहे हैं कि वे भगवान राम का अपमान बरदाश्त नहीं कर सकते इसलिए पार्टी छोड़ रहे हैं। सबसे ताजा मामला कांग्रेस की नेता राधिका खेड़ा का है। वैसे वे पार्टी की कोई बड़ी पदाधिकारी या नेता नहीं थीं लेकिन प्रवक्ता के नाते वे मीडिया और...

  • सबका अपना अपना रामराज्य

    दिल्ली में अब रामराज्य को लेकर विवाद मचा हुआ है। दिल्ली में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी ने एक वेबसाइट लॉन्च की है, जिसका नाम रखा है ‘आप का रामराज्य’। पार्टी इस वेबसाइट के जरिए बता रही है कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने रामराज्य ला दिया है। दिल्ली सरकार का सारा काम रामराज्य की तर्ज पर हो रहा है। पार्टी का कहना है कि उसने लोगों को जो स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध कराई है, जिस तरह की शिक्षा की व्यवस्था की है, पानी और बिजली फ्री किया है उससे लोगों का जीवन बहुत आसान हो गया है और...

  • दुनिया भर में लोकप्रिय प्रभु राम का जीवन दर्शन

    इस बार की रामनवमी विशेष इसलिए है क्योंकि अयोध्या में सदियों बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ है और रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हुई है। यूं तो अयोध्या विश्व भर में पहले से चर्चा के केंद्र में है, परंतु नई परिघटना के बाद इसकी महत्ता ज्यादा तीव्रता के साथ सदियों तक महसूस की जाएगी। 17 अप्रैल - राम नवमी पर विशेष पिछले कुछ समय में प्रभु श्रीराम की चर्चा इतनी बार हुई है कि आधुनिक भारत के डिजिटल दुनिया में विचरण करने वाली पीढ़ी को भी अब श्रीराम की कथा कहानियों की समझ हो चुकी है। वैसे...

  • अयोध्या में बाईस जनवरी का वह दिन!

    जैसे-जैसे जश्न का दिन नज़दीक आता जा रहा था, मुझे समझ आने लगा कि 6 दिसंबर 1992 क्यों और कैसे हुआ होगा? मैंने बाईस जनवरी को आस्था की ताकत देखी, विश्वास का जोश देखा और देखी एक व्यक्ति और उसके आन्दोलन के प्रति अंधभक्ति।  अगर आपके मन में रत्ती भर संदेह भी हो तो उसे निकाल फेंके। बात बाईस जनवरी की है।मैं तब अयोध्या में थी। और वहां मैंने देखा हिन्दुओं की एकता, राम की भव्यता और आस्था का वह भावातिरेक जिसे आपड्राइंग रूम में टीवी के आगे बैठकर या इन्स्टाग्राम पर तस्वीरों को देखकर महसूस नहीं कर सकते। संदेह...

  • अयोध्या में दूसरे दिन भी भारी भीड़

    अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंगलवार से आम लोगों ने दर्शन शुरू किया है। इसके दूसरे दिन यानी बुधवार को भी मंदिर में भारी भीड़ जुटी। पहले दिन की ही तरह दूसरे दिन भी पांच लाख से ज्यादा लोगों के दर्शन करने की संभावना है। पहले दिन तो खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भीड़ को संभाला था, जबकि दूसरे दिन गृह विभाग के प्रधान सचिव संजय प्रसाद और कानून व्यवस्था देखने वाले पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार मंदिर परिसर में मौजूद रहे। मंदिर में जन सेवा केंद्र शुरू कर दिया गया है और आरएएफ के जवान मंदिर...

  • राम मंदिर की लहर नहीं: राहुल

    गुवाहाटी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया है कि देश में राम मंदिर की कोई लहर नहीं है। अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के एक दिन बाद मंगलवार को राहुल ने कहा कि यह भाजपा का राजनीतिक कार्यक्रम था और देश में कोई लहर नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या में सोमवार को जो हुआ वह एक राजनीतिक कार्यक्रम था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शो किया। राहुल ने मीडिया से बातचीत में यह भी कहा कि असम में उनकी भारत जोड़ो न्याय यात्रा में बाध पैदा करने का जितना...

  • धार्मिक प्रहसन या राजनीतिक नाटक….?

    त्रैता युग में देश की राजधानी अयोध्या इन दिनों अपने भगवान राम के मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सुर्खियों में है, इस मंदिर के प्रसंग के कारण पूरा भारत ‘राम’ के रंग में रंगा नजर आ रहा है, हर देशवासी के जुबान पर इसीलिए केवल और केवल ‘राम’ का नाम है, अब इस माहौल में हर बुद्धिजीवी के दिल-दिमाग से एक ही सवाल उठ रहा है कि इस प्रसंग को धार्मिक या आध्यात्मिक कहा जाए या राजनीतिक? क्योंकि आध्यात्म के साथ राजनीति भी इस घटनाक्रम से जुड़ी साफ नजर आ रही है और राजनीति का इससे तालमेल भी किसी...

  • धर्म सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा होगा

    कोई कुछ भी कहे अगले लोकसभा चुनाव में व्यापक रूप से हिंदुत्व और खासतौर से राममंदिर सबसे बड़ा मुद्दा होने जा रहा है। कुछ समय पहले तक राजनीतिक रूप से राममंदिर का मुद्दा समाप्त मान लिया गया था। लेकिन उस समाप्त हो चुके मुद्दे को भाजपा ने फिर से जिंदा कर दिया है। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का जैसा भव्य आयोजन हुआ है और कार्यक्रम के हर फ्रेम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जैसी मौजूदगी रही है उसके बाद कोई संदेह नहीं रह गया है कि यह अगले चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा...

  • अयोध्या धाम में विराजे रामलला

    अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में आखिरकार रामलला विराजमान हो गए। अयोध्या में बने भव्य मंदिर में एक भव्य कार्यक्रम में सोमवार को रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हुई। वैदिक रीति-रिवाज से मंत्रोच्चार के बीच प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान संपन्न हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने देश के अलग अलग हिस्सों व अलग अलग जाति, समुदायों के अन्य यजमानों के साथ भगवान राम की पूजा अर्चना की और प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की। इस मौके पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गर्भ गृह में मौजूद रहे। इससे पहले दोपहर...

  • अब टेंट में नहीं रहेंगे रामलला: मोदी

    अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रधानमंत्री ने वहां उपस्थित लोगों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अब रामलला टेंट में नहीं रहेंगे, बल्कि भव्य मंदिर में विराजेंगे। प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत राम-राम के अभिवादन से की और समापन जय सियाराम से किया। उन्होंने अपन भाषण में कहा कि 22 जनवरी 2024 का यह सूरज एक अद्भुत आभा लेकर आया है और यह एक नए कालचक्र का उद्गम है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा- हमारे रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे। हमारे रामलला अब इस दिव्य मंदिर में रहेंगे।...

  • खेल, फिल्म, कारोबार की हस्तियां अयोध्या पहुंचीं

    अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के समारोह में देश भर की कारोबारी हस्तियां शामिल हुईं। उनके साथ ही खेल और फिल्म जगत की हस्तियां भी कार्यक्रम में शामिल हुईं। राजनीतिक हस्तियों में उमा भारती प्रमुख रूप से कार्यक्रम का हिस्सा बनीं। गौरतलब है कि वे अयोध्या आंदोलन से लंबे समय तक जुड़ी रही हैं और छह दिसंबर 1992 को कारसेवा के समय भी वे वहां मौजूद थीं। साध्वी ऋतंभरा भी सोमवार के कार्यक्रम में शामिल हुई थीं। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के पदाधिकारियों का भी जमावड़ा रहा। रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम...

  • … कस्मै देवाय हविषा विधेम?

    कवियित्री महादेवी वर्मा ने दशकों पहले पाया था कि हमारे बीच जाति-भेद से भी अधिक घातक पार्टी-बाजी भेद है। सो यदि हमारे नेता मंदिरों को दलीय लाभ-हानि के मंसूबे से जोड़ेंगे तो सभ्यतागत शत्रु ताक में बैठे हैं। यहाँ जो जिहादी ध्वंस 1921, 1947, 1990 आदि में बड़े पैमाने पर, और छोटे पैमाने पर अनवरत होता रहा है, वह करने वाले हिन्दुओं के अज्ञान, अहंकार, और भेदभाव से और उद्धत बनते हैं।आज हिन्दू समाज में दलबंदी की सनक से ही अज्ञान और दुराव बढ़ रहा है।‌ कविगुरु टैगोर ने देखा था कि हमारे क्रियाकलापों में मुख्य को उपेक्षित कर गौण...

  • सनातनी परंपरा और प्राण प्रतिष्ठा

    तथ्य है राम मंदिर निर्माण के लिए अदालत से जो आदेश मिला उसमें द्वारिका पीठ के वर्तमान शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद जी की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। पर विडंबना देखिए कि सड़क छाप लोग श्रद्धेय शंकराचार्यों से पूछ रहे हैं कि उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए क्या किया? ...सनातन परम्परा का निर्वाह करते हुए अपनी आलोचना को उदारता से स्वीकार करना चाहिए। हर राष्ट्र के इतिहास में कोई पल ऐसा आता है जो मील का पत्थर बन जाता है। आज पूरी दुनिया के सनातन धर्मी हिंदुओं के जीवन में वो क्षण आया है जब जन-जन के आराध्य मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान...

  • नरेंद्र मोदी का सर्वकालिक क्षण!

    अयोध्या की पांच अगस्त 2020 की तारीख और 22 जनवरी 2022 में क्या फर्क है? तब राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन था। आज मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा है। और संभव है दो-तीन साल बाद मंदिर के शिखर निर्माण पर कलश और ध्वज स्थापना का 5 अगस्त और 22 जनवरी से भी कई गुना अधिक भव्य आयोजन हो और तब वह क्या नरेंद्र मोदी का नंबर एक सर्वकालिक क्षणनहीं होगा?आखिर मंदिर की पूर्णता तभी है जब वह शिखर और ध्वजाधारी हो। धर्मशास्त्रों में लिखा हुआ हैं शिखर दर्शनम पाप नाशम। जितना प्रतिमा दर्शन से पुण्य मिलता है उतना...

  • मोदी ने रामसेतु के पास पूजा की

    चेन्नई। अयोध्या में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण के राज्यों की धार्मिक यात्रा पूरी की। पिछले कुछ दिनों में दक्षिण की कई यात्राओं में प्रधानमंत्री रामकथा से जुड़े पवित्र स्थानों पर और मंदिरों में गए। रविवार को उन्होंने तमिलनाडु में अरिचल मुनाई के पास राममंदिर में पूजा करके इसका समापन किया। कहा जाता है कि अरिचल मुनाई वह जगह है, जहां भगवान राम की सेना ने श्रीलंका जाने के लिए रामसेतु का निर्माण किया था। बहरहाल, प्रधानमंत्री मोदी रविवार को तमिलनाडु के अरिचल मुनाई पहुंचे और उन्होंने समुद्र तट पर पुष्प अर्पित...

और लोड करें