Tripura

  • माणिक साहा पर दबाव बढ़ रहा है

    पूर्वोत्तर में अशांति की खबरों के बीच कई राज्यों में भाजपा के अंदर की खींचतान सामने आ रही है। त्रिपुरा में भाजपा के लिए सब कुछ ठीक नहीं है। बिप्लब देब को हटा कर माणिक साहा को मुख्यमंत्री बनाने के बाद से ही पार्टी दो हिस्सों में बंटी है और अब वह विभाजन ज्यादा बढ़ गया है। भाजपा के पुराने नेता मुख्यमंत्री माणिक साहा के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। ध्यान रहे वे कोई पांच-छह साल पहले ही कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए थे और आते ही राज्यसभा सांसद बन गए, प्रदेश अध्यक्ष बन गए और फिर मुख्यमंत्री...

  • त्रिपुरा रथ यात्रा हादसे में 7 लोगों की मौत

    Tripura Rath Yatra Accident :- त्रिपुरा के कुमारघाट इलाके में बुधवार को लोहे से बने एक रथ का ऊपरी हिस्‍सा हाईटेंशन तार के संपर्क में आ गया, जिससे दो बच्चों समेत कम से कम सात लोगों की मौत हो गई, जबकि 14 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह जानकारी पुलिस ने दी। अधिकारियों ने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है, क्योंकि घायलों में से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि वार्षिक रथ यात्रा जुलूस के वापसी यात्रा भाग 'अल्टो रथ' के अवसर पर निकाले गए रथ...

  • त्रिपुरा जगन्नाथ रथयात्रा में सात की मौत

    अगरतला। त्रिपुरा में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान एक दुखद हादसे में सात लोगों की मौत हो गई है। घटना उनाकोटि जिले की है, जहां बुधवार शाम जगन्नाथ यात्रा का रथ हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया। इससे दो बच्चों सहित सात लोगों की मौत हो गई, जबकि 18 लोग झुलस गए। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अपुष्ट सूचना के मुताबिक मरने वालों की संख्या ज्यादा है। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने 22 मौतों की बात कही है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बहरहाल, पुलिस के मुताबिक यह हादसा इस्कॉन मंदिर...

  • मणिपुर के बाद त्रिपुरा में भाजपा का संकट

    पूर्वोत्तर में भारतीय जनता पार्टी के पास हिमंत बिस्वा सरमा संकटमोचन हैं। लेकिन ऐसा लग रहा है कि पार्टी का संकट कुछ ज्यादा गहरा हो रहा है क्योंकि वे राज्यों में पार्टी नेताओं की खींचतान को सुलझा नहीं पा रहे हैं। मणिपुर के बाद अब त्रिपुरा में भाजपा के अंदर विवाद शुरू हो गया है। गौरतलब है कि मणिपुर में पिछले दिनों मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के खिलाफ विधायकों ने मुहिम छेड़ी। भाजपा के चार विधायकों ने मुख्यमंत्री के विरोध में अपने सरकारी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उनको मंत्री का दर्जा देने या विशेष सुविधा के लिए सरकारी...

  • त्रिपुरा में कांग्रेस-लेफ्ट का तालमेल रहेगा!

    इस साल हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सीपीएम ने मिल कर चुनाव लड़ा था। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस को जरूर तीन सीटें मिल गईं, लेकिन सीपीएम की सीटें 16 से घट कर 11 रह गईं। दोनों के साथ आने से वोट प्रतिशत में भी कोई फर्क नहीं आया। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि कांग्रेस और लेफ्ट का तालमेल जारी रहेगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने की बात हो रही है। हालांकि त्रिपुरा में सिर्फ दो ही लोकसभा सीटें हैं और...

  • कमाल करने के बावजूद तिपरा मोथा को मौका नहीं

    इस साल हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सीपीएम ने मिल कर चुनाव लड़ा था। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस को जरूर तीन सीटें मिल गईं, लेकिन सीपीएम की सीटें 16 से घट कर 11 रह गईं। दोनों के साथ आने से वोट प्रतिशत में भी कोई फर्क नहीं आया। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि कांग्रेस और लेफ्ट का तालमेल जारी रहेगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने की बात हो रही है। हालांकि त्रिपुरा में सिर्फ दो ही लोकसभा सीटें हैं और...

  • त्रिपुरा में दूसरे राउंड की मतगणना के बाद बीजेपी आगे

    इस साल हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सीपीएम ने मिल कर चुनाव लड़ा था। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस को जरूर तीन सीटें मिल गईं, लेकिन सीपीएम की सीटें 16 से घट कर 11 रह गईं। दोनों के साथ आने से वोट प्रतिशत में भी कोई फर्क नहीं आया। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि कांग्रेस और लेफ्ट का तालमेल जारी रहेगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने की बात हो रही है। हालांकि त्रिपुरा में सिर्फ दो ही लोकसभा सीटें हैं और...

  • भाजपा जीती तो महिला मुख्यमंत्री!

    इस साल हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सीपीएम ने मिल कर चुनाव लड़ा था। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस को जरूर तीन सीटें मिल गईं, लेकिन सीपीएम की सीटें 16 से घट कर 11 रह गईं। दोनों के साथ आने से वोट प्रतिशत में भी कोई फर्क नहीं आया। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि कांग्रेस और लेफ्ट का तालमेल जारी रहेगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने की बात हो रही है। हालांकि त्रिपुरा में सिर्फ दो ही लोकसभा सीटें हैं और...

  • त्रिपुरा में कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान जारी, 55 सीटों पर भाजपा की साख का सवाल

    इस साल हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सीपीएम ने मिल कर चुनाव लड़ा था। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस को जरूर तीन सीटें मिल गईं, लेकिन सीपीएम की सीटें 16 से घट कर 11 रह गईं। दोनों के साथ आने से वोट प्रतिशत में भी कोई फर्क नहीं आया। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि कांग्रेस और लेफ्ट का तालमेल जारी रहेगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने की बात हो रही है। हालांकि त्रिपुरा में सिर्फ दो ही लोकसभा सीटें हैं और...

  • त्रिपुरा में वोटिंग कल, इन दिग्गजों की किस्मत EVM में होगी लॉक

    इस साल हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सीपीएम ने मिल कर चुनाव लड़ा था। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस को जरूर तीन सीटें मिल गईं, लेकिन सीपीएम की सीटें 16 से घट कर 11 रह गईं। दोनों के साथ आने से वोट प्रतिशत में भी कोई फर्क नहीं आया। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि कांग्रेस और लेफ्ट का तालमेल जारी रहेगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने की बात हो रही है। हालांकि त्रिपुरा में सिर्फ दो ही लोकसभा सीटें हैं और...

  • पूर्वोत्तर में भाजपा ही बी टीम

    इस साल हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सीपीएम ने मिल कर चुनाव लड़ा था। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस को जरूर तीन सीटें मिल गईं, लेकिन सीपीएम की सीटें 16 से घट कर 11 रह गईं। दोनों के साथ आने से वोट प्रतिशत में भी कोई फर्क नहीं आया। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि कांग्रेस और लेफ्ट का तालमेल जारी रहेगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने की बात हो रही है। हालांकि त्रिपुरा में सिर्फ दो ही लोकसभा सीटें हैं और...

  • त्रिपुरा में सीपीएम का गुजरात मॉडल

    इस साल हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सीपीएम ने मिल कर चुनाव लड़ा था। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस को जरूर तीन सीटें मिल गईं, लेकिन सीपीएम की सीटें 16 से घट कर 11 रह गईं। दोनों के साथ आने से वोट प्रतिशत में भी कोई फर्क नहीं आया। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि कांग्रेस और लेफ्ट का तालमेल जारी रहेगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने की बात हो रही है। हालांकि त्रिपुरा में सिर्फ दो ही लोकसभा सीटें हैं और...

  • त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के 17 उम्मीदवार घोषित

    इस साल हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सीपीएम ने मिल कर चुनाव लड़ा था। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस को जरूर तीन सीटें मिल गईं, लेकिन सीपीएम की सीटें 16 से घट कर 11 रह गईं। दोनों के साथ आने से वोट प्रतिशत में भी कोई फर्क नहीं आया। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि कांग्रेस और लेफ्ट का तालमेल जारी रहेगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने की बात हो रही है। हालांकि त्रिपुरा में सिर्फ दो ही लोकसभा सीटें हैं और...

  • Tripura Election 2023: भाजपा ने जारी की 48 उम्मीदवारों की लिस्ट, किसे कहां से मिला मौका?

    इस साल हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सीपीएम ने मिल कर चुनाव लड़ा था। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस को जरूर तीन सीटें मिल गईं, लेकिन सीपीएम की सीटें 16 से घट कर 11 रह गईं। दोनों के साथ आने से वोट प्रतिशत में भी कोई फर्क नहीं आया। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि कांग्रेस और लेफ्ट का तालमेल जारी रहेगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने की बात हो रही है। हालांकि त्रिपुरा में सिर्फ दो ही लोकसभा सीटें हैं और...

  • त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा टाउन बोरदोवाली से लड़ेंगे चुनाव

    इस साल हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सीपीएम ने मिल कर चुनाव लड़ा था। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस को जरूर तीन सीटें मिल गईं, लेकिन सीपीएम की सीटें 16 से घट कर 11 रह गईं। दोनों के साथ आने से वोट प्रतिशत में भी कोई फर्क नहीं आया। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि कांग्रेस और लेफ्ट का तालमेल जारी रहेगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने की बात हो रही है। हालांकि त्रिपुरा में सिर्फ दो ही लोकसभा सीटें हैं और...

  • सीपीएम से कैसे निभाए कांग्रेस?

    इस साल हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सीपीएम ने मिल कर चुनाव लड़ा था। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस को जरूर तीन सीटें मिल गईं, लेकिन सीपीएम की सीटें 16 से घट कर 11 रह गईं। दोनों के साथ आने से वोट प्रतिशत में भी कोई फर्क नहीं आया। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि कांग्रेस और लेफ्ट का तालमेल जारी रहेगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने की बात हो रही है। हालांकि त्रिपुरा में सिर्फ दो ही लोकसभा सीटें हैं और...

  • त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना जारी

    इस साल हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सीपीएम ने मिल कर चुनाव लड़ा था। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस को जरूर तीन सीटें मिल गईं, लेकिन सीपीएम की सीटें 16 से घट कर 11 रह गईं। दोनों के साथ आने से वोट प्रतिशत में भी कोई फर्क नहीं आया। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि कांग्रेस और लेफ्ट का तालमेल जारी रहेगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने की बात हो रही है। हालांकि त्रिपुरा में सिर्फ दो ही लोकसभा सीटें हैं और...

  • नगालैंड, त्रिपुरा और मेघालय विधानसभा चुनाव की घोषणा आज

    इस साल हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सीपीएम ने मिल कर चुनाव लड़ा था। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस को जरूर तीन सीटें मिल गईं, लेकिन सीपीएम की सीटें 16 से घट कर 11 रह गईं। दोनों के साथ आने से वोट प्रतिशत में भी कोई फर्क नहीं आया। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि कांग्रेस और लेफ्ट का तालमेल जारी रहेगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने की बात हो रही है। हालांकि त्रिपुरा में सिर्फ दो ही लोकसभा सीटें हैं और...

  • पूर्वोत्तर के राज्यों से मिलेगा संकेत

    इस साल हुए त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सीपीएम ने मिल कर चुनाव लड़ा था। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ। कांग्रेस को जरूर तीन सीटें मिल गईं, लेकिन सीपीएम की सीटें 16 से घट कर 11 रह गईं। दोनों के साथ आने से वोट प्रतिशत में भी कोई फर्क नहीं आया। इसके बावजूद बताया जा रहा है कि कांग्रेस और लेफ्ट का तालमेल जारी रहेगा। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव साथ मिल कर लड़ने की बात हो रही है। हालांकि त्रिपुरा में सिर्फ दो ही लोकसभा सीटें हैं और...

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