बिहार में विधानसभा चुनाव छठ के बाद यानी नवंबर के पहले हफ्ते से शुरू होने की संभावना है। जिस समय बिहार में विधानसभा का चुनाव चल रहा होगा उस समय कई मठों के मठाधीश, जिन्हें पीठाधीश्वर कहा जा रहा है वे लोग भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की यात्रा निकालेंगे। यह यात्रा बिहार में नहीं होगी, लेकिन निश्चित रूप से इससे बिहार चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास होगा। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि इस यात्रा का ऐलान पटना में किया गया है। पटना में रविवार, छह जुलाई को सनातन महाकुंभ का आयोजन किया गया, जिसमें रामभद्राचार्य के साथ साथ बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री शामिल हुए। हैरानी की बात है कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए आयोजित इस महाकुंभ का उद्घाटन राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने किया।
बहरहाल, इस महाकुंभ में ऐलान किया गया कि भारत को भगवा ए हिंद बनाया जाए। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि कुछ लोग भारत को गजवा ए हिंद बनाना चाहते हैं लेकिन भारत भगवा ए हिंद बनेगा। इसके लिए नौ नवंबर से 16 नवंबर तक दिल्ली से मथुरा की यात्रा होगी। इसमें भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का संकल्प घोषित होगा। अगले चार महीने इसकी तैयारी होगी। देश भर के साधु संतों को न्योता दिया जाएगा। उससे पहले बिहार में इन साधु संतों के कार्यक्रम होंगे और कथा प्रवचन का आयोजन होगा। अगर नीतीश कुमार सही स्थिति में रहते तो हो सकता था कि इसका विरोध करते लेकिन बिहार में भी अब सब कुछ भाजपा के हिसाब से हो रहा है। चुनाव में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का प्रयास कई स्तरों पर चल रहा है।