राज्य-शहर ई पेपर व्यूज़- विचार

इस योगासन से मुहांसों का पाएं छुटकारा, त्वचा में लाएं प्राकृतिक निखार

मुंहासे यानी पिंपल्स, आजकल हर उम्र के लोगों की आम समस्या बन चुकी है। इसके लिए बाजार में मिलने वाले फेसवॉश, क्रीम और दवाइयां कुछ समय के लिए राहत तो देती हैं, लेकिन अक्सर ये असर लंबे समय तक नहीं टिकता। ऐसे में एक प्राकृतिक तरीका है, और वो है ‘योग’। 

आयुष मंत्रालय के मुताबिक, योग हमारे शरीर के अंदर की गंदगी को बाहर निकालने और बॉडी को संतुलित करने का काम करता है। जब शरीर अंदर से साफ होता है, तो उसकी झलक त्वचा पर भी दिखती है।

त्वचा को हेल्दी बनाने का सबसे असरदार तरीका प्राणायाम है। जब आप नियमित रूप से प्राणायाम करते हैं, तो यह आपके दिमाग को शांत करता है और तनाव कम करता है। 

तनाव आज के समय में मुंहासों का एक बड़ा कारण है। तनाव के कारण शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिससे पिंपल्स उभरते हैं। लेकिन, जब आप रोजाना सुबह कुछ मिनट प्राणायाम करते हैं, तो यह न केवल आपकी त्वचा को साफ करता है, बल्कि मन को भी शांत रखता है।

Also Read : नेपाल के बाद फ्रांस में भारी बवाल, प्रदर्शनकारियों और 80 हजार पुलिसकर्मियों के बीच हिंसक झड़प

मत्स्यासन भी मुंहासों को कम करने में मददगार है। इस आसन में शरीर को पीछे झुका कर छाती को ऊपर उठाया जाता है, जिससे हृदय और फेफड़े खुलते हैं और गहरी सांस लेना आसान होता है। 

यह आसन चेहरे की कोशिकाओं तक ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है। जब त्वचा को सही मात्रा में ऑक्सीजन और पोषण मिलता है, तो वह खुद-ब-खुद साफ और चमकदार होने लगती है।

सर्वांगासन भी मुंहासों को घटाने के लिए लाभकारी है। यह आसन शरीर को उल्टा करके किया जाता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन चेहरे की तरफ ज्यादा होता है। जैसे ही ब्लड चेहरे की ओर तेजी से बढ़ता है, त्वचा को ज्यादा पोषण और ऑक्सीजन मिलने लगता है। इससे डेड स्किन सेल्स हटते हैं और नए सेल्स बनने लगते हैं। इस प्रक्रिया से त्वचा की सफाई होती है और मुंहासे कम होने लगते हैं।

भुजंगासन भी मुंहासों से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है। इस आसन में पेट के बल लेट कर छाती को ऊपर उठाया जाता है। यह आसन आपके पाचन तंत्र को बेहतर करता है। पाचन ठीक रहने से शरीर में टॉक्सिन्स नहीं जमते, जिससे चेहरे पर मुंहासे होने की संभावना काफी कम हो जाती है।

Pic Credit : ANI

Tags :

By Naya India

Naya India, A Hindi newspaper in India, was first printed on 16th May 2010. The beginning was independent – and produly continues to be- with no allegiance to any political party or corporate house. Started by Hari Shankar Vyas, a pioneering Journalist with more that 30 years experience, NAYA INDIA abides to the core principle of free and nonpartisan Journalism.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *