चंडीगढ़। हरियाणा की नगर निकायों के लिए हुए चुनाव के नतीजे आ गए हैं। छह महीने पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा को बराबरी की टक्कर देने वाली कांग्रेस का कहीं भी खाता नहीं खुला है। नगर निगम के चुनाव 10 शहरों में हुए, जिसमें से भाजपा ने नौ में जीत दर्ज की। कांग्रेस को एक भी शहर में जीत नहीं मिली। नगरपालिका के चुनाव 23 शहरों में हुए, जिसमें भाजपा आठ में और निर्दलीय 15 में जीते। इसमेँ भी कांग्रेस का खाता नहीं खुला। नगर परिषद के पांच चुनाव हुए, जो सभी भाजपा ने जीते। इस तरह नगर निगम, नगरपालिका और नगर परिषद तीनों में कांग्रेस शून्य रही।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गढ़ रोहतक में भी कांग्रेस नहीं जीत पाई। इसी तरह कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा के सिरसा नगर परिषद में भी भाजपा का चेयरमैन बना। मानेसर नगर निगम में निर्दलीय डॉ. इंद्रजीत यादव मेयर का चुनाव जीतीं। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार सुंदर लाल को हराया। इंद्रजीत यादव ने खुद को केंद्रीय राज्यमंत्री और गुरुग्राम से भाजपा सांसद राव इंद्रजीत की करीबी बताकर प्रचार किया था।
गौरतलब है कि फरीदाबाद, हिसार, रोहतक, करनाल, यमुनानगर, गुरुग्राम और मानेसर में दो मार्च को वोटिंग हुई थी। अंबाला और सोनीपत में मेयर पद के उपचुनाव के लिए भी इसी दिन मतदान हुआ। पानीपत में नौ मार्च को वोटिंग हुई। इन सबरे नतीजे बुधवार, 12 मार्च को आए। 10 नगर निगमों में से सात में महिलाएं मेयर बनी हैं। गुरुग्राम में राज रानी, यमुनानगर में सुमन बहमनी, पानीपत में कोमल सैनी, फरीदाबाद में प्रवीण जोशी, मानेसर में डॉ इंद्रजीत, अंबाला में सैलजा सचदेवा और करनाल में रेणु बाला मेयर चुनाव जीतीं।