श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के गांदरबल में रविवार देर रात हुआ आतंकवादी हमला लश्कर ए तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट यानी टीआरएफ ने किया था। इस संगठन ने हमले की जिम्मेदारी ली है। लश्कर के इस संगठन की कमान शेख सज्जाद गुल के हाथ में है। गौरतलब है कि आतंकवादियों ने रविवार की देर रात को गांदरबल के गगनगीर इलाके में श्रीनगर से लेह नेशनल हाईवे के सुरंग निर्माण का काम कर रहे मजदूरों पर फायरिंग की। इस हमले में सात लोगों की जान चली गई।
मरने वालों में बडगाम के डॉक्टर शहनवाज मीर और पंजाब व बिहार के छह मजदूर शामिल थे। आतंकवादियों ने गैर कश्मीरी मजदूरों को निशाना बना कर फायरिंग की थी। हमले के बाद से सुरक्षा बल गांदरबल और गगनगीर के जंगलों में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। तलाशी का यह अभियान दूसरे दिन यानी सोमवार को भी जारी रहा। हमले के बाद से सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर हैं रखा गया है और राष्ट्रीय जांच एजेंसी, एनआईए इसकी जांच कर रही है।
बताया जा रहा है कि आतंकवादी पिछले कई दिनों से इन मजदूरों को निशाना बनाने की योजना पर काम कर रहे है। यह भी कहा जा रहा है कि टीआरएफ ने अपनी रणनीति बदली है। पहले वे कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाते थे। लेकिन अब गैर कश्मीर प्रवासियों को निशाना बना कर हमला शुरू किया है। इस घटना से चार दिन पहले शोपियां में भी बिहार के एक मजदूर की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। गौरतलब है कि आतंकवादियों का यह बड़ा हमला राज्य में नई सरकार बनने के तुरंत बाद हुआ है।