manipur violence : चुराचांदपुर जिले में कर्फ्यू के दौरान हमार और जोमी समुदाय के लोगों में झड़पे हुई। इस पर बंद का आह्वान हुआ है। जिले में तनाव के मद्देनजर मंगलवार को शैक्षणिक संस्थान, दुकाने और बाजार बंद रहे।
जोमी और हमार जनजातियों के लोगों की झड़पों में कई लोग घायल हो गए है। ताजा झड़पें तब शुरू हुईं, जब कुछ लोगों ने शहर में जोमी उग्रवादी संगठन का झंडा उतारने की कोशिश की। इस घटना के जवाब में जोमी छात्र संघ ने तत्काल प्रभाव से जिले में बंद की घोषणा कर दी।
चुराचांदपुर के 12 कुकी-जोमी और हमार संगठनों ने समुदायों के बीच शांति बनाए रखने का बयान जारी किया है। इसके लिए एक संयुक्त शांति समिति बनाने पर सहमति जताई है। (manipur violence)
कुकी इंपी, हमार इंपुई और जोमी काउंसिल सहित कई संगठनों ने सांप्रदायिक सद्भाव के लिए संयुक्त बयान जारी कर सभी प्रकार की हिंसा, आक्रामक कृत्यों की निंदा की है।
इन संगठनों ने इस बात पर जोर दिया कि चर्च और अन्य धार्मिक प्रतिष्ठानों को अपने सदस्यों को हिंसा में शामिल नहीं होने देने के लिए कहना चाहिए। (manipur violence)
also read: चीन ने पहली बार हजारों किलोमीटर की दूरी पर क्वांटम संचार स्थापित किया
रात करीब 11 बजे ही स्थिति सामान्य हुई (manipur violence)
चुराचांदपुर जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. टिंगलोंगलेई थांगलुई ने बताया कि मंगलवार रात करीब नौ बजे भीड़ ने अस्पताल पर धावा बोला। कर्मचारियों तथा मरीजों को धमकाया। उन्होंने कहा कि रात करीब 11 बजे सुरक्षा बलों के हस्तक्षेप के बाद ही स्थिति सामान्य हुई।
थांगलुई ने जनता से स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों का सम्मान करने और अस्पताल परिसर में किसी भी तरह की हिंसा से बचने का आग्रह किया। (manipur violence)
एक अन्य बयान में, चुराचांदपुर चिकित्सक संघ ने भी शांति का आह्वान किया और जनता से आग्रह किया कि वे चिकित्सा पेशेवरों को बिना किसी हस्तक्षेप के अपना कर्तव्य निभाने दें।
चुराचांदपुर और फेरजावल जिले के छह विधायकों ने भी शांति और सद्भाव के लिए एक संयुक्त अपील जारी की, तथा प्रशासन से कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आग्रह किया। (manipur violence)
विधायक पाओलिनलाल हाओकिप, एन सनाटे, एलएम खाउते, वुंगजागिन वाल्टे, चिनलुंथांग और लेतजामांग हाओकिप ने अपने बयान में हाल की घटनाओं को ‘सबसे दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया। उन्होंने चेताया कि इन घटनाक्रमों से शांति भंग हो सकती है और समुदायों के बीच एकता एवं भाईचारे को नुकसान पहुंच सकता है।