इम्फाल। मणिपुर में लोकसभा चुनाव के बीच भी हिंसा थम नहीं रही है। करीब एक साल पहले शुरू हुई जातीय हिंसा शनिवार को एक बार फिर भड़क गई। इस हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई है। पूर्वी इम्फाल और कांगपोकपी जिले के बीच सटे मोइरंगपुरेल इलाके में दो हथियारबंद समूहों के बीच गोलीबारी हुई। बताया गया है कि इस गोलीबारी में जिन लोगों की मौत हुई है वे दोनों कुकी समुदाय से हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 के चलते राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू है, लेकिन पिछले दो दिन से मणिपुर में अलग अलग इलाकों में गोलीबारी की घटना हुईं। इस बीच सोमवार यानी 15 अप्रैल को गृह मंत्री अमित शाह का मणिपुर दौरा है। उससे पहले हुई हिंसा के कारण तनाव का माहौल हो गया है। गौरतलब है कि 19 अप्रैल को पहले फेज में इनर और आउटर मणिपुर लोकसभा सीट के लिए मतदान होना है। केंद्र सरकार ने सुरक्षा बल की तैनाती भी की है। इसके बावजूद हिंसा हो रही है।
ध्यान रहे पिछले करीब एक साल में मणिपुर के 65 हजार से अधिक लोग अपना घर छोड़ चुके हैं। हिंसा के मामले में छह हजार मामले दर्ज हुए हैं और 144 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। पिछले साल मई में शुरू हुई हिंसा में दो सौ से ज्यादा लोग मारे गए हैं। बहुसंख्यक मैती समुदाय को आदिवासी का दर्जा देने से जुड़े एक अदालती फैसले के बाद हिंसा की शुरुआत हुई थी। हालांकि उस फैसले पर अमल भी नहीं हुआ।