इम्फाल। मणिपुर में आठ महीने से ज्यादा समय से चल रही हिंसा अब और तेज हो गई है। म्यांमार की सीमा से सटे मोरेह इलाके में बुधवार की सुबह उग्रवादियों के हमले में सुरक्षा बलों के दो जवान मारे गए हैं। इसके अलावा एक कुकी महिला की भी मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि हमलावर कुकी समुदाय के थे, जो कुकी समुदाय के लोगों की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे। राज्य में हालात इतने बिगड़ गए हैं कि राज्य सरकार ने हिंसा पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार से मदद मांगी है। मणिपर में मई से चल रही हिंसा में दो सौ से ज्यादा लोग मारे गए हैं, जबकि एक हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
बहरहाल, उग्रवादियों के हमले में तीन जवान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। उनका इलाज चल रहा है। पुलिस ने बताया है कि बुधवार सुबह मोरेह में सुरक्षा बलों और उग्रवादियों के बीच तीन अलग अलग जगहों पर मुठभेड़ हुई। उग्रवादियों ने मोरेह में एक बैंक के नजदीक सुरक्षा बलों की एक चौकी पर बम फेंके और गोलीबारी की। उग्रवादियों ने अस्थायी कमांडो पोस्ट पर गोले भी दागे, जिससे आसपास खड़ी कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचा। फिलहाल टेंगनौपाल जिले में कर्फ्यू लगा दी गई है।
मोरेह में लगातार जारी हिंसा को देखते हुए राज्य सरकार ने केंद्र से मदद मांगी है। गृह विभाग के सचिव टी रंजीत सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने कहा है कि राज्य में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। किसी भी वक्त मेडिकल इमरजेंसी बढ़ सकती है। इसलिए हेलीकॉप्टर दिए जाएं। पुलिस ने हिंसा भड़कने का कारण बताते हुए कहा है- अक्टूबर 2023 में मोरेह के एसडीपीओ रहे आनंद सिंह चौधरी की हत्या कर दी गई थी। दो दिन पहले 15 जनवरी को इस मामले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया है कि इनकी गिरफ्तारी का स्थानीय लोग लगातार विरोध कर रहे हैं। दोनों आरोपियों को न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें नौ दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। इनके पास से एक पिस्तौल, एक चीनी हथगोला, दस जिंदा कारतूस और दस डेटोनेटर जब्त किए गए थे। स्थानीय लोगों ने इन दोनों की रिहाई की मांग करते हुए मोरेह पुलिस स्टेशन के सामने विरोध प्रदर्शन भी किया था। इस बीच केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने चार मई 2023 को मणिपुर पुलिसकर्मियों से हथियार और गोला-बारूद लूटने के मामले में बुधवार को पांच लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया।