लखनऊ। पूरे देश में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में हो रही टूट और बिखराव के बीच विपक्ष के लिए अच्छी खबर है कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीटों का तालमेल हो गया है। बुधवार को दोनों पार्टियों ने इसकी आधिकारिक घोषणा कर दी। बताया जा रहा है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने राहुल गांधी और अखिलेश यादव के बीच बात कराई, जिसके बाद तय हो गया कि कांग्रेस 17 सीटों पर लड़ेगी और बाकी सीटों पर समाजवादी पार्टी व उसके साथ आने वाली दूसरी पार्टियां लड़ेंगी। कहा जा रहा है कि सीट बंटवारे के बाद इस हफ्ते के अंत में मुरादाबाद में कांग्रेस की यात्रा में अखिलेश यादव शामिल हो सकते हैं।
यह भी पढ़ें: कांग्रेस को कमजोर बताना विपक्ष के लिए भी घातक
समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस के लिए रायबरेली, अमेठी, कानपुर, फतेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर, प्रयागराज, महाराजगंज, वाराणसी, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मथुरा, सीतापुर, बाराबंकी और देवरिया की सीट छोड़ी है। कांग्रेस ने सीटों का बंटवारा फाइनल करने के लिए मुरादाबाद सीट पर दावेदारी छोड़ दी। बदले में सपा ने वाराणसी सीट छोड़ी, जहां से एक दिन पहले यानी मंगलवार को ही उसन उम्मीदवार की घोषणा की थी।
यह भी पढ़ें: ज्यादा सीटें लेकर क्या करेगी कांग्रेस
सीटों का बंटवारा फाइनल होने के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ‘अंत भला तो सब भला’ कह कर इसकी पुष्टि भी कर दी है। जानकार सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियों के बीच सीटों का समझौता कराने में पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने ही भारत जोड़ो न्याय यात्रा कर रहे राहुल गांधी की सपा प्रमुख अखिलेश यादव से फोन पर बात कराई। इस बातचीत के बाद ही अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस के साथ कोई विवाद नहीं है। जानकार सूत्रों के मुताबिक बातचीत के बाद कांग्रेस पार्टी मुरादाबाद सीट छोड़ने पर सहमत हो गई। इसके बदले में समाजवादी पार्टी वाराणसी से अपना उम्मीदवार वापस लेने पर राजी हो गई। कांग्रेस आलाकमान और सपा की बातचीत में सीतापुर और हाथरस सीट की अदला बदली पर भी सहमति बन गई। सीतापुर सीट कांग्रेस को मिल गई।