नई दिल्ली। संसद के बजट सत्र के तीसरे दिन गुरुवार को शेयर बाजार में अदानी समूह द्वारा की गई कथित गड़बड़ियों को लेकर बड़ा हंगामा हुआ। विपक्षी पार्टियों ने अदानी समूह पर लगे आरोपों की जांच संयुक्त संसदीय समिति से कराने या सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से कराने की मांग की। साथ ही विपक्ष पार्टियों ने कहा कि जांच की नियमित रिपोर्टिंग संसद को की जाए। बजट के अगले दिन गुरुवार को विपक्ष की 13 पार्टियों ने बैठक की और उसके बाद अदानी समूह के ऊपर अमेरिकी संस्था हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों की जांच की मांग की। विपक्ष के हंगामे की वजह से दोनों सदनों में कार्यवाही नहीं चल पाई।
उससे पहले सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस के साथ साथ तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी और डीएमके सहित 13 विपक्षी पार्टियों ने मीटिंग की। यह बैठक राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के चैंबर में हुई। बैठक में शामिल पार्टियों में से 9 नौ पार्टियों ने राज्यसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया। गुरुवार को कार्रवाई शुरू होने के तुरंत बाद विपक्षी पार्टियों ने दोनों सदनों में हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में अदानी समूह पर लगाए आरोपों की जांच के लिए साझा संसदीय समिति बनाने या सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से जांच कराने की मांग की।
विपक्ष ने इस पर चर्चा कराने और जांच की मांग स्वीकार करने के लिए दोनों सदनों में हंगामा किया। हंगामे की वजह से दोनों सदनों की कार्यवाही दो बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी गई। दो बजे के बाद भी हंगामा जारी रहा तो तुरंत ही दोनों सदनों की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सत्र के तीसरे दिन शुक्रवार को दोनों सदनों में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी। लेकिन विपक्ष अपनी मांग पर अड़ा रहा तो शुक्रवार को भी हंगामा होगा।
बहरहाल, अदानी समूह की जांच की मांग करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- लोगों की मेहनत का पैसा बरबाद हो रहा है। लोगों का विश्वास बैंक और एलआईसी से उठ जाएगा। कुछ कंपनियों के शेयर लगातार गिरते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों के नेताओं ने मिल कर अदानी समूह का मामला उठाने के लिए नोटिस दिया है। उन्होंने कहा- हम इस नोटिस पर चर्चा चाहते थे, लेकिन जब भी हम नोटिस देते हैं तो उसे रिजेक्ट कर दिया जाता है। इससे पहले शिव सेना उद्धव ठाकरे गुट के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा- पूरा विपक्ष दोनों सदनों में हिंडनबर्ग रिपोर्ट और अडाणी के स्टॉक क्रैश होने का मुद्दा उठाएगा। संसद से बाहर भी विपक्ष के नेता अदानी समूह का मुद्दा उठाते रहे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा- अपने कुछ नेताओं को फायदा पहुंचाने के लिए भाजपा बैंक और एलआईसी के पैसे का इस्तेमाल कर रही है।