मुंबई। भारतीय जनता पार्टी को नागपुर में एक बार फिर झटका लगा है। विधान परिषद की स्नात्तक मतदाताओं वाली सीट पर हारने के बाद अब पार्टी शिक्षकों वाली एमएलसी सीट भी हार गई है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और राज्य के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस का गृह क्षेत्र होने के साथ साथ नागपुर राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ का मुख्यालय भी है। नागपुर की सीट पर कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार सुधाकर अदवाले ने जीत हासिल की है। उन्होंने भाजपा के नागो गनार को आठ हजार से ज्यादा वोट के अंतर से हरा दिया है।
गौरतलब है कि राज्य की पांच विधान परिषद सीटों पर चुनाव हुए थे। इनमें से कोंकण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी ज्ञानेश्वर म्हात्रे जीत गए हैं। उन्होंने महाविकास अघाड़ी समर्थित उम्मीदवार बलराम पाटिल को हराया। ज्ञानेश्वर म्हात्रे को 20 हजार से ज्यादा और बलराम पाटिल को महज साढ़े नौ वोट मिले।
महाविकास अघाड़ी को बड़ा झटका नासिक सीट पर लगा है, जहां भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सत्यजीत तांबे ने महाविकास अघाड़ी समर्थिक निर्दलीय उम्मीदवार शुभांगी पाटिल को हरा दिया है। असल में यह कांग्रेस की सीट थी और कांग्रेस ने अपने मौजूदा पार्षद सुधीर तांबे को टिकट दिया था। लेकिन उन्होंने नामांकन नहीं दाखिल किया। उनकी बजाय उनके बेटे सत्यजीत तांबे ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया और भाजपा ने उनको समर्थन दिया। दूसरी ओर शुभांगी पाटिल भाजपा से टिकट की दावेदार थीं। लेकिन तांबे को भाजपा ने समर्थन दिया तो वे महाविकास अघाड़ी के समर्थन से निर्दलीय चुनाव लड़ी थीं।