नई दिल्ली। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजीजू ने न्यायपालिका पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने कुछ रिटायर जजों को ‘भारत विरोधी गैंग’ का हिस्सा बताया है और कहा है कि वे न्यायपालिका को सरकार के खिलाफ उकसा रहे हैं। उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का परोक्ष रूप से हवाला देते कहा कि अगर जज प्रशासनिक नियुक्ति का हिस्सा बन जाएंगे तो न्यायिक काम कौन करेगा।
रिजीजू ने ‘इंडिया टुडे’ समूह के एक कार्यक्रम में कहा- पिछले दिनों जजों की जवाबदेही पर एक सेमिनार हुआ था लेकिन किसी तरह से वह पूरा सेमिनार इस दिशा में मुड़ गया कि कार्यपालिका कैसे न्यायपालिका को प्रभावित कर रही है। उन्होंने आगे कहा- कुछ जज ऐसे हैं जो एक्टिविस्ट हैं और भारत विरोधी गिरोह का हिस्सा हैं। वे न्यायपालिका को विपक्षी दलों की तरह सरकार के खिलाफ करने की कोशिश कर रहे हैं।
रिजीजू ने अपने भाषण में कहा था- कुछ लोग सुप्रीम कोर्ट जाते हैं और कहते हैं कि सरकार पर लगाम लगाएं। ये तो नहीं हो सकता। न्यायपालिका किसी समूह या राजनीतिक समूह का हिस्सा नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा- ये लोग खुले तौर पर कैसे कह सकते हैं कि भारतीय न्यायपालिका को सरकार का सामना करना चाहिए। लक्ष्मण रेखा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा- अगर जज ही प्रशासनिक नियुक्तियों का हिस्सा बन जाते हैं तो न्यायिक कार्य कौन करेगा। यही वजह है कि संविधान में लक्ष्मण रेखा बहुत स्पष्ट है।