नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के समर्थन और तालमेल के मसले पर कांग्रेस पार्टी बंटी हुई है। दिल्ली और पंजाब कांग्रेस ने साफ तौर पर इसका विरोध किया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने सोमवार को दिल्ली और पंजाब के नेताओं के साथ बैठक की। इस बैठक में केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी का समर्थन करने के सवाल पर चर्चा हुई।
केंद्र की ओर से जारी अध्यादेश पर केजरीवाल को समर्थन देने के मामले में दिल्ली और पंजाब के नेताओं ने आपत्ति जताई। हालांकि इसका फैसला उन्होंने पार्टी आलाकमान पर छोड़ दिया। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने पिछले हफ्ते कहा था कि अगर केंद्र सरकार अध्यादेश को लेकर राज्यसभा के मॉनसून सत्र में बिल लाती है तो कांग्रेस सांसद इसका विरोध करेंगे। वेणुगोपाल के इस बयान के बाद 23 मई को दिल्ली और पंजाब के कांग्रेस नेताओं ने बैठक की थी। इसमें प्रताप सिंह बाजवा, अजय माकन, संदीप दीक्षित सहित अन्य कांग्रेस नेता शामिल थे।
कांग्रेस के जानकार सूत्रों के मुताबिक, बैठक में दिल्ली से पार्टी प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, अजय माकन, अरविंदर लवली, हारून यूसुफ, चौधरी अनिल कुमार और अन्य शामिल थे। इन नेताओं ने एक सुर में केजरीवाल से किसी भी प्रकार के गठबंधन या समर्थन से इनकार कर दिया। इन नेताओं ने दिल्ली के अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ भी आप का साथ देने से मना किया है। हालांकि नेताओं ने फैसला हाईकमान पर छोड़ दिया।