नई दिल्ली। एक तरफ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार वार्ता शुरू होने का संकेत दिया और यह भी कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी से जल्दी बात करेंगे तो दूसरी ओर उनकी सरकार के मंत्री विवादित बयान दे रहे हैं। ट्रंप सरकारर के वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने कहा है कि भारत 140 करोड़ लोगों का देश होने का दावा करता है, लेकिन अमेरिका से मक्का की एक छोटी सी मात्रा भी नहीं खरीदेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि नई दिल्ली को अपने टैरिफ कम करने होंगे, वरना अमेरिका के साथ व्यापार करने में उसे कठिन समय का सामना करना पड़ेगा।
गौरतलब है कि कृषि और डेयरी उत्पादों को लेकर ही भारत और अमेरिका की व्यापार वार्ता अटक रही है। उसमें भी मक्का और सोयाबीन का मामला ज्यादा उलझा हुआ है। बहरहाल, लुटनिक ने शनिवार को एक इंटरव्यू के दौरान भारत और अमेरिका के रिश्तों पर एक सवाल के जवाब में कहा, ‘यह रिश्ता एकतरफा है, वे हमें बेचते हैं और हमारा फायदा उठाते हैं। वे हमें अपनी अर्थव्यवस्था से रोकते हैं, और वे हमें बेचते हैं जबकि हम उनके आने और फायदा उठाने के लिए पूरी तरह खुले हैं’।
उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप की कही बात का हवाला देते हुए कहा, भारत कहता है कि उसके पास 1.4 अरब लोग हैं। 1.4 अरब लोग अमेरिका से एक बुशल मक्का क्यों नहीं खरीदेंगे? क्या यह बात आपको बुरी नहीं लगती कि वे हमें सब कुछ बेचते हैं और हमारा मक्का नहीं खरीदते? वे हर चीज पर टैरिफ लगाते हैं’। गौरतलब है कि बुशल अमेरिका में माप का एक पैमाना है। एक बुशल मक्का का मतलब है 56 पाउंड यानी करीब 25 किलो मक्का।
बहरहाल, लुटनिक ने आगे कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से कहा है, ‘अपने टैरिफ कम करो, हमारे साथ वैसा ही व्यवहार करो जैसा हम तुम्हारे साथ करते हैं’। वाणिज्य मंत्री लुटनिक ने कहा, ‘हमें सालों से चली आ रही गलतियों को सुधारना है, इसलिए हम चाहते हैं कि जब तक हम इसे ठीक नहीं कर लेते, तब तक टैरिफ दूसरी तरफ रहे’। लुटनिक ने कहा, ‘यही राष्ट्रपति का मॉडल है, और या तो आप इसे स्वीकार करें या फिर आपको दुनिया के सबसे बड़े उपभोक्ता के साथ व्यापार करने में मुश्किल होगी’।