नई दिल्ली। अमेरिकी मीडिया समूह में अडानी समूह में भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी के भारी भरकम निवेश की खबर आने के बाद कांग्रेस ने सरकार और अडानी समूह पर बड़ा हमला बोला है। कांग्रेस के महासचिव और संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस ने अमेरिकी अखबार ‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की ओर से लगाए गए आरोपों की लोक लेखा समिति यानी पीएसी से जांच की मांग की है।
अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट पर जयराम रमेश ने शनिवार को आरोप लगाया कि अडानी समूह को फायदा पहुंचाने के लिए सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग किया गया। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स विभाग को इस्तेमाल करके दूसरी निजी कंपनियों पर दबाव डाला गया। उन्हें मजबूर किया गया कि वे अपनी संपत्ति अडानी समूह को सस्ते में बेच दें। रमेश ने यह भी आरोप लगाया कि हवाईअड्डे, बंदरगाह जैसी जरूरी चीजें सिर्फ अडानी समूह को फायदा पहुंचाने के लिए बेची गईं। इसमें धांधली हुई।
कांग्रेस महासचिव ने एक और गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भारत की कूटनीति का इस्तेमाल करके पड़ोसी देशों में अडानी को ठेके दिलवाए गए। उन्होंने बांग्लादेश और श्रीलंका का जिक्र किया। रमेश ने कहा कि अडानी समूह ने फर्जी कंपनियों के जरिए महंगा कोयला आयात किया। यह धनशोधन का नेटवर्क था। इससे गुजरात के अडानी पावर प्लांट से बिजली की कीमतें बढ़ गईं। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में चुनाव से पहले अडानी को ऊंची कीमतों पर बिजली आपूर्ति के ठेके दिए गए। और हाल ही में बिहार में, जहां चुनाव होने वाले हैं, एक पावर प्लांट के लिए जमीन सिर्फ एक रुपए प्रति एकड़ की दर से आवंटित कर दी गई।


