नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जी-7 सम्मेलन छोड़ कर अमेरिका लौटे तो उन्होंने कहा कि यह सीजफायर का मामला नहीं है, बल्कि उससे बड़ा मामला है। लेकिन अभी तक किसी को पता नहीं है कि क्या मामला है। खुद राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान को धमकी दी है और कहा है कि ईरान के आसमान पर अब अमेरिका का कब्जा है और ईरान को बिना शर्त सरेंडर कर देना चाहिए। लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि अमेरिका ईरान पर हमला करेगा या नहीं, यह अभी तय नहीं है। ट्रंप ने कहा कि यह सिर्फ वे जानते हैं कि अमेरिका क्या करेगा।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कनाडा से लौटने के बाद अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर तीन पोस्ट किए और बुधवार को उन्होंने व्हाइट हाउस के लॉन में पत्रकारों से बात की। इस दौरान ईरान पर हमले की संभावना को लेकर उन्होंने कहा, ‘मैं ऐसा कर सकता हूं, शायद नहीं भी कर सकता। मेरा मतलब है, कोई नहीं जानता कि मैं क्या करने जा रहा हूं’। ट्रंप ने इसके साथ ही हालांकि यह भी स्पष्ट कर दिया कि अब ईरान के साथ बातचीत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि ईरान ने देर कर दी है।
इससे पहले मंगलवार की रात को ट्रंप ने कहा है कि ईरान के आसमान पर हमारा कब्जा है। उनके इस दावे से यह कयास लगाया जा रहा है कि अमेरिका ईरान के खिलाफ इजराइली हमलों में शामिल हो गया है। ट्रंप ने मंगलवार रात अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर तीन पोस्ट किए। इसमें उन्होंने लिखा, ‘अब ईरान के आसमान पर हमारा पूरा कंट्रोल है। हम अच्छे से जानते हैं कि सुप्रीम लीडर कहां छिपा है। उस तक पहुंचना बहुत आसान है, लेकिन हम उसे मारेंगे नहीं। कम से कम अभी तो नहीं’।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इसी कड़ी में एक पोस्ट में लिखा, ‘अनकंडीशनल सरेंडर’ यानी बिना शर्त समर्पण। उनके इस पोस्ट से कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने ईरान से इजराइल के खिलाफ युद्ध में हथियार डालने की मांग की है। ट्रंप ने बुधवार को व्हाइट हाउस के लॉन में पत्रकारों से बात की लेकिन वहां यह कह कर सस्पेंस और बढ़ा दिया कि अमेरिका ईरान पर हमला करेगा या नहीं, यह कोई नहीं जानता है।