नई दिल्ली। मानसून सत्र में पहली बार मंगलवार को एनडीए के संसदीय दल की बैठक हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसमें शामिल हुए। पहलगाम कांड के बाद हुए ऑपरेशन सिंदूर के लिए एनडीए सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान किया। सभी सहयोगी दलों के वरिष्ठ नेताओं ने मोदी को माला पहना कर उनका स्वागत किया। इस दौरान सांसद ‘भारत माता की जय’ और ‘हर हर महादेव’ के नारे लगाते रहे। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को लगाई गई सुप्रीम कोर्ट की फटकार को लेकर कहा कि इससे बड़ी टिप्पणी हो ही नहीं सकती।
बैठक के बाद मीडिया की खबरों में बताया गया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाण में सांसदों से कहा, ‘संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग करके विपक्ष ने गलती की। इसमें उनकी ही फजीहत हुई। विपक्ष अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने में माहिर है। विपक्ष रोज ऐसी चर्चा कराए, हम इस फील्ड में माहिर हैं’। प्रधानमंत्री ने बिहार में चल रहे मतदाता सूची के पुनरीक्षण का भी जिक्र किया और कहा, ‘बिहार में वोटर्स लिस्ट रिविजन के मुद्दे पर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। देश की जनता सब देख रही है’। प्रधानमंत्री मोदी ने अमित शाह की भी तारीफ की और कहा कि वे अब सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले केंद्रीय गृह मंत्री हैं।
एनडीए संसदीय दल की बैठक में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर एक प्रस्ताव भी पास किया गया। इसमें कहा गया कि सैन्य शक्ति और मजबूत नेतृत्व के जरिए न्याय हुआ। इसमें यह भी कहा गया कि भारत आतंकवाद को न तो भूलता है और न ही कभी माफ करता है। बहरहाल, प्रधानमंत्री मोदी संसदीय दल की बैठक में नए सांसदों से भी मिले। बैठक में भाजपा और उसके सभी सहयोगी दलों के सभी सांसद शामिल हुए। सांसदों को एनडीए सरकार के 11 साल के कार्यकाल पर, ’11 साल,11 बड़े फैसले’ शीर्षक वाली किताब दी गई।


