NDA

  • तमिलनाडु में एनडीए को एक और झटका

    अगले साल अप्रैल में तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले एनडीए को लगातार झटके लग रहे हैं। एनडीए के एक और सहयोगी ने गठबंधन छोड़ने का ऐलान किया है। पूर्व मुख्यमंत्री और अन्ना डीएमके से अलग हुए ओ पनीरसेल्वम के एनडीए छोड़ने के बाद अब एआईएमएम के नेता टीटीवी दिनाकरण ने भी एनडीए छोड़ दिया है। हालांकि अन्ना डीएमके का मुख्य खेमा, जिसका नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री ई पलानीसामी कर रहे हैं वह भाजपा के साथ है और प्रदेश में एनडीए का नेतृत्व कर रहा है। लेकिन उसके साथ भी तनाव कम नहीं हो रहा है। बुधवार...

  • कौन कौन पार्टी सरकार के साथ जाएगी?

    अब इस बात पर माथापच्ची चल रही है कि सत्तापक्ष यानी एनडीए और विपक्ष यानी ‘इंडिया’ ब्लॉक दोनों के गठबंधन से बाहर की कौन कौन सी पार्टी उप राष्ट्रपति चुनाव में किसके साथ जाएगी। विपक्षी पार्टियां जिस समय उम्मीदवार तय करने की कसरत में लगी थीं उसी समय भाजपा ने समर्थन जुटाना शुरू कर दिया था। तमिलनाडु में प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष रहे और महाराष्ट्र के मौजूदा राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के नाम का ऐलान करने से पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से बात की थी। उन्होंने स्टालिन से कहा...

  • मानसून सत्र में एनडीए सांसदों की पहली बैठक

    नई दिल्ली। मानसून सत्र में पहली बार मंगलवार को एनडीए के संसदीय दल की बैठक हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसमें शामिल हुए। पहलगाम कांड के बाद हुए ऑपरेशन सिंदूर के लिए एनडीए सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी का सम्मान किया। सभी सहयोगी दलों के वरिष्ठ नेताओं ने मोदी को माला पहना कर उनका स्वागत किया। इस दौरान सांसद ‘भारत माता की जय’ और ‘हर हर महादेव’ के नारे लगाते रहे। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को लगाई गई सुप्रीम कोर्ट की फटकार को लेकर कहा कि इससे बड़ी...

  • बिहार में कोई गठबंधन भरोसे में नहीं

    बिहार की 17वीं विधानसभा का आखिरी सत्र चल रहा है, जिसमें पक्ष और विपक्ष दोनों चुनाव का एजेंडा तय करने की होड़ में लगे हैं। 25 जुलाई तक चलने वाले  पांच दिन के इस सत्र में सत्तारूढ़ गठबंधन यानी एनडीए और विपक्षी गठबंधन यानी ‘इंडिया’ के बीच एक दूसरे को भ्रष्ट, बेईमान और निकम्मा साबित करने की होड़ लगी है। सत्र के दूसरे दिन मंगलवार, 22 जुलाई को तो विपक्ष ने विधानसभा के गेट पर ताला जड़ दिया, जिसे तोड़ कर मुख्यमंत्री को सदन में जाना पड़ा। जाहिर है कि चार महीने में चुनाव हैं तो इस तरह की नौटंकियां...

  • पूर्वोत्तर में आत्मनिर्भर होते एनडीए के सहयोगी

    पूर्वोत्तर के आठ राज्यों में से तीन राज्यों में भाजपा की अपनी सरकार है, तीन राज्यों में उसकी सहयोगी पार्टियों की सरकार है और एक राज्य मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगा हुआ है। एक राज्य मिजोरम अब तक एनडीए के खाते नहीं आ पाया। वहां जोराम पीपुल्स फ्रंट यानी जेडपीएम की सरकार है और मिजो नेशनल फ्रंट 10 सीटों के साथ मुख्य विपक्षी पार्टी है। इसका मतलब है कि एनडीए वहां न तो सरकार में है और न मुख्य विपक्षी गठबंधन है। भाजपा के दो और कांग्रेस का एक विधायक है। असम, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में भाजपा की अपनी...

  • बिहार में एनडीए में खटराग शुरू

    बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू हो गई हैं। चुनाव आयोग की टीम अपनी तैयारियां कर रही हैं तो पार्टियों की अलग तैयारी चल रही है। इस बीच प्रदेश के सत्तारूढ़ गठबंधन यानी  एनडीए के अंदर खटराग शुरू हो गया है। कह सकते हैं कि किसी गठबंधन में पांच पार्टियां हैं तो उनमें खींचतान होना स्वाभाविक है। लेकिन जहां भाजपा ने 45 विधायक वाले नेता को मुख्यमंत्री बनाया हो, दो छोटी पार्टियों के नेताओं को केंद्र में कैबिनेट मंत्री बनाया हो और तीसरी छोटी पार्टी के नेता को लोकसभा चुनाव हारने के बाद राज्यसभा भेजा हो, वहां भला क्यों...

  • एनडीए में क्या अध्यक्ष और संयोजक बनेंगे?

    भारतीय जनता पार्टी अभी तक अपना अध्यक्ष नहीं तय कर पाई है। किसी को अंदाजा नहीं है कि कब तक भाजपा को नया अध्यक्ष मिलेगा। जितनी भी डेडलाइन पिछले करीब डेढ़ साल से दी जा रही थी सब गलत साबित हुई है। इसलिए अब कोई अंदाजा नहीं लगा रहा है। लेकिन इस बीच यह कयास लगाया जाने लगा है कि भारतीय जनता पार्टी अपने गठबंधन यानी NDA के पुराने ढांचे को फिर से पुनर्जीवित कर सकती है। गौरतलब है कि पिछले साल लोकसभा चुनाव से पहले जब विपक्षी पार्टियों ने अपना गठबंधन ‘इंडिया’ बनाया तो भाजपा ने एनडीए को भी...

  • बिहार एनडीए में छिड़ा है घमासान

    बिहार में भाजपा और जनता दल यू के नेताओं के साथ साथ एनडीए के अन्य घटक दल भी पिछले कुछ दिन से यह साबित करने में लगे थे कि राजद और कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है। कहा जा रहा था कि कांग्रेस कभी भी तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का दावेदार नहीं स्वीकार करेगी। केंद्रीय मंत्री और एनडीए के नेता जीतन राम मांझी तो महागठबंधन बिखर जाने की भविष्यवाणी कर रहे थे। लेकिन उलटा हो रहा है। उधर महागठबंधन की पार्टियों ने बैठक करके अपना नेता, एजेंडा आदि सब तय कर लिया है लेकिन एनडीए में घमासान छिड़ गया...

  • एनडीए के घटक दलों की चिंता

    वक्फ संशोधन बिल पर एनडीए के घटक दलों ने खुल कर सरकार का साथ दिया। उन्होंने बिल के समर्थन में भाषण दिया और उसके पक्ष में मतदान किया। इसका नतीजा यह हुआ है कि तमाम घटक दल अपने अपने राज्य में बगावत झेल रहे हैं। उनके मुस्लिम नेता नाराज हुए हैं और इस्तीफा दे रहे हैं। मुस्लिम समाज के प्रति सद्भाव रखने वाली पार्टियों की इससे चिंता बढ़ी है। बिहार में नीतीश कुमारर हमेशा मुस्लिम समाज के प्रति सद्भाव दिखाते रहे थे। उन्होंने भाजपा के साथ रहते हुए भी मुसलमानों को टिकट दिए और सरकार में शामिल किया। पसमांदा मुस्लिम...

  • बिहार में एनडीए की राह आसान नहीं

    इस साल अब सिर्फ बिहार में विधानसभा का चुनाव है। बिहार अब भी भारतीय जनता पार्टी के लिए अबूझ पहेली है। ऐसी पहेली, जिसे राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तक सब सुलझाना चाहते हैं। (bihar asseimbly election) लेकिन समझ में नहीं आता है कि इस चक्रव्यूह को कैसे तोड़ें। लोकसभा चुनाव में जो बिहार बड़ी आसानी से भाजपा के हाथ में आ जाता है वह विधानसभा चुनाव में कैसे हाथ से फिसल जाता है यह बड़ा सवाल है। ध्यान रहे बिहार में एनडीए 2009 से लेकर 2024 तक चार चुनावों से...

  • एनडीए की समन्वय समिति की चर्चा

    आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू क्या एनडीए के संयोजक बनना चाहते हैं? यह सवाल पुराना है, जिसका जवाब भाजपा दे चुकी है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी देवगौड़ा ने संसद में अपने भाषण में यह बात कही थी। लेकिन भाजपा ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है। परंतु उनकी इस बात के बाद अब यह चर्चा हो रही है कि क्या एनडीए की एक समन्वय समिति होनी चाहिए? यह सवाल इन दिनों इसलिए जोर पकड़ रहा है क्योंकि एक के बाद एक राज्यों में एनडीए के घटक दलों के बीच तनाव बढ़ने की खबरें आ रही हैं। बिहार में...

  • सहमति बनाते दिखना चाहती है सरकार

    nda government : केंद्र सरकार को काम अब भी मनमाने तरीके से ही करना है लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव नतीजे का बड़ा असर यह हुआ है कि वह सहमति बनाने का प्रयास करते दिखना चाहती है। इससे पहले दो कार्यकाल में यानी 2014 से 2024 के बीच केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने सहमति बनाने का कोई प्रयास नहीं किया था। यहां तक कि प्रयास करते हुए दिखने की भी कोशिश नहीं की थी। केंद्र ने अनुच्छेद 370 खत्म करके जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त करने का फैसला भी एकतरफा किया था और संशोधित नागरिकता कानून...

  • एनडीए की एकता कायम रहेगी?

    unity of nda: भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए की पार्टियों ने वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन के बिल पर कमाल की एकता दिखाई। कई पार्टियां संयुक्त संसदीय समिति यानी जेपीसी की बैठक से पहले तेवर दिखा रही थीं। अपने अपने राज्य की स्थानीय राजनीति के लिहाज से पार्टियों ने पोजिशनिंग की थी। बिहार की पार्टियों ने अलग रुख अख्तियार किया था। नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यू और चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी की ओर से इसे लेकर सवाल उठाए गए थे।(unity of nda) इसका कारण यह था कि बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद ने दोनों पर...

  • राज्यसभा में एनडीए को बहुमत

    Rajya Sabha NDA: संसद के उच्च सदन यानी राज्यसभा में दशकों से किसी पार्टी या गठबंधन को बहुमत नहीं रहा है। अरसे बाद भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए को बहुमत मिल गया है। अभी राज्यसभा में पांच सीटें खाली हैं, जिनमें से चार मनोनीत श्रेणी की हैं और एक सीट आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सदन के नेता विजय साई रेड्डी के इस्तीफे से खाली हुई है। केंद्र सरकार अगर चार सीटों पर मनोनयन कर देती है और विजय साई रेड्डी की सीट पर चुनाव हो जाता है तो एनडीए का बहुमत...

  • अंबेडकर मसले पर एनडीए ने बनाई रणनीति

    नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती और क्रिसमस के मौके पर बुधवार को दिल्ली में एनडीए की नेताओं की एक अनौपचारिक बैठक हुई। बिना किसी खास एजेंडे के एनडीए के दिग्गज नेता भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर जुटे। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू भी शामिल हुए। बताया जा रहा है कि बैठक में अंबेडकर के अपमान के मसले पर एनडीए के नेताओं ने रणनीति बनाई और विपक्ष के ‘दुष्प्रचार’ का जवाब देने का फैसला किया। बैठक में तय किया गया...

  • कैसे धूल में मिल गईं वो उम्मीदें?

    यह बात पूरे भरोसे से कही जा सकती है कि लोकसभा चुनाव में हुए नुकसान को संभाल लेने में भाजपा सफल हुई है, तो उसके पीछे इंडिया में शामिल दलों की उद्देश्यहीनता एक प्रमुख कारण है।... हकीकत है कि भाजपा के पास एक विचारधारा एवं मकसद है, भले यह आम हित (common good) के लिए कितना ही खतरनाक हो। पर हिंदुत्व की विचारधारा और हिंदू राष्ट्र कायम करने का मकसद भाजपा समर्थकों को उसे समर्थन देने का तर्क देता है। साल 2024 के मध्य में आए लोकसभा चुनाव के नतीजों से संकेत मिला कि नरेंद्र मोदी का आकर्षण और मजहबी...

  • चुनाव में एनडीए और ‘इंडिया’ का फर्क

    अडानी पर सिर्फ भाजपा से सवाल क्यों?NDA vs INDIA: विधानसभा चुनाव लड़ रही दोनों मुख्य पार्टियों या गठबंधनों के उठाए मुद्दों पर चर्चा थोड़ा जोखिम का काम है क्योंकि इन दिनों चुनाव आमतौर पर मुद्दों पर नहीं लड़े जा रहे हैं। मुद्दों से ज्यादा मुफ्त की रेवड़ियां चुनाव लड़ने का प्रभावी हथियार बन गई हैं। महान कवि सुदामा पांडेय धूमिल के शब्दों में कहें तो, ‘यह समाज और जनतंत्र छोटे छोटे लालच और लानत का शिकार हो गया है। तुम्हें पड़ोसी देश की कमतरी के किस्से संतोष देने लगे हैं। जबकि तुम चुनाव के इश्तहार से निकल कर सड़क पर...

  • बारीक बदलावों की अनदेखी

    असलियत है कि सारे मीडिया समूह, सर्वे एजेंसी या सोशल मीडिया के पत्रकार लोकप्रिय धारणा के आधार पर निष्कर्ष निकालते है कि राज्य के मजबूत सामाजिक समूहों की गोलबंदी में क्या है?  वे सबसे बड़े सामाजिक समूह की चुप्पी को नहीं पढ़ पाते। पिछले 10 साल में भारतीय समाज में हो रहे बारीक मनोविज्ञान के बदलावों की अनदेखी कर देते है। तभी लोकसभा चुनाव के समय नहीं दिखा कि संविधान और आरक्षण बचाने का नैरेटिव और विपक्ष की सभी पार्टियों का साथ मिल कर लड़ना जमीन पर क्या असर दिखा रहा है। वे नैरेटिव की ताकत नहीं समझ सके और...

  • एनडीए की बैठक में नीतीश की नसीहत

    पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को एनडीए के घटक दलों की बैठक बुलाई थी। इसमें उन्होंने हिंदू मुस्लिम की राजनीति करने वाले नेताओं पर निशाना साधा और साथ ही यह भी कहा कि जमीनी स्तर पर एनडीए की एकजुटता दिखनी चाहिए। बैठक में 225 सीट जीतने और नीतीश को फिर से मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प किया गया। बैठक में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी शामिल थे, जिन्होंने हाल में हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकाली थी। उन्हें बैठक में  पीछे की पंक्ति में बैठाया गया था, जबकि दूसरे केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह आगे बैठे थे।...

  • झारखंड: एनडीए में सीट शेयरिंग पर बनी सहमति

    रांची। झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए (NDA) के घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य की 68 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। आजसू पार्टी (ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन) 10, नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) दो और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) एक सीट पर चुनाव लड़ेगी। शुक्रवार को रांची के हरमू स्थित झारखंड भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) में भाजपा और आजसू के नेताओं ने सीट शेयरिंग का ऐलान किया। समझौते के अनुसार, आजसू पार्टी को सिल्ली, रामगढ़, गोमिया, ईचागढ़, मांडू, जुलसलाई, डुमरी, पाकुड़,...

और लोड करें