Thursday

20-03-2025 Vol 19

NDA

बिहार में एनडीए की राह आसान नहीं

bihar asseimbly election : इस साल अब सिर्फ बिहार में विधानसभा का चुनाव है। बिहार अब भी भारतीय जनता पार्टी के लिए अबूझ पहेली है।

एनडीए की समन्वय समिति की चर्चा

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू क्या एनडीए के संयोजक बनना चाहते हैं? यह सवाल पुराना है, जिसका जवाब भाजपा दे चुकी है।

सहमति बनाते दिखना चाहती है सरकार

nda government : तीसरी सरकार बनने के बाद सरकार ने जो पहला बड़ा कदम उठाया था वह वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन का था। इसके लिए एक बिल पेश...

एनडीए की एकता कायम रहेगी?

भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए की पार्टियों ने वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन के बिल पर कमाल की एकता दिखाई। कई पार्टियां संयुक्त संसदीय समिति यानी जेपीसी की बैठक...

राज्यसभा में एनडीए को बहुमत

संसद के उच्च सदन यानी राज्यसभा में दशकों से किसी पार्टी या गठबंधन को बहुमत नहीं रहा है। अरसे बाद भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए को बहुमत...

अंबेडकर मसले पर एनडीए ने बनाई रणनीति

पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती और क्रिसमस के मौके पर बुधवार को दिल्ली में एनडीए की नेताओं की एक अनौपचारिक बैठक हुई

कैसे धूल में मिल गईं वो उम्मीदें?

हर चुनावी जीत पर आह्लादित होना और हर पराजय की जिम्मेदारी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में हेरफेर और निर्वाचन प्रक्रिया में भेदभाव पर डाल कर अपनी जिम्मेदारी से मुक्त...

चुनाव में एनडीए और ‘इंडिया’ का फर्क

विधानसभा चुनाव लड़ रही दोनों मुख्य पार्टियों या गठबंधनों के उठाए मुद्दों पर चर्चा थोड़ा जोखिम का काम है क्योंकि इन दिनों चुनाव आमतौर पर मुद्दों पर नहीं लड़े...

बारीक बदलावों की अनदेखी

जब मतदान करने जा रहे हैं तो उनकी अस्मिता बदल जा रही है। वे हिंदू अस्मिता ओढ़ ले रहे हैं।

एनडीए की बैठक में नीतीश की नसीहत

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को एनडीए के घटक दलों की बैठक बुलाई थी।

झारखंड: एनडीए में सीट शेयरिंग पर बनी सहमति

झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए के घटक दलों के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है।

नीतिश की अमेरिकी यात्रा पर वाह!

नीतीश कुमार ने मोदी के प्रति भाजपा नेताओं की तरह स्वामीभक्ति दिखाते हुए  उनकी अमेरिका यात्रा की तारीफ की है।

सरकार के सौ दिन

यह संयोग है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने प्रधानमंत्री के 74वें जन्मदिन के दिन ही एक सौ दिन पूरे किए हैं।

महाराष्ट्र में एनडीए के सीट बंटवारे में मुश्किल

राज्य के दूसरे उप मुख्यमंत्री और भाजपा के नेता देवेंद्र फड़नवीस साथ रहे लेकिन सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला नहीं हो सका।

एनडीए की तरह ‘इंडिया’ की भी बैठक?

विपक्षी गठबंधन में शामिल पार्टियों के नेता ही यह सवाल उठा रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि गठबंधन के घटक दलों की बैठक होनी चाहिए।

सोचें, क्या है मोदी एजेंडा?

PM Narendra Modi: यों कहने को अभी नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर में कहा है कि वे भारत में कई सिंगापुर बनाएंगे। लेकिन यह जुमला है एजेंडा नहीं।

भाजपा के गठबंधन में ज्यादा समस्या

अगर झारखंड में कांग्रेस, जेएमएम, राजद और लेफ्ट के गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर समस्या हो रही है तो दूसरी ओर एनडीए की सहयोगी पार्टियों में भी कम...

राज्यसभा में एनडीए के बहुमत का मतलब

भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए को पहली बार राज्यसभा में बहुमत के बिल्कुल करीब पहुंच गई है।

एक हार से सब कुछ बदल गया

लोकसभा में 240 सीट मिलने को हार नहीं कहेंगे लेकिन अगर पैमाना नरेंद्र मोदी का प्रदर्शन हो तो वह हार मानी जाएगी।

बिहार के सहयोगियों ने दबाव बढ़ाया

नरेंद्र मोदी को सहयोगी पार्टियों के समर्थन से प्रधानमंत्री बने ढाई महीने हुए हैं और ऐसा लग रहा है कि शुरुआती सद्भाव धीरे धीरे कम हो रहा है।

240 की मजबूर, विभाजक मोदी सरकार!

मीडिया के अंध सपोर्ट के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी को लैटरल एंट्री का आदेश वापस लेना पड़ा।

एनडीए की क्या नियमित बैठक होगी?

भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए पुनर्जीवित हो गया है। सरकार तो अब एनडीए की ही कही जा रही है, जो 10 साल से मोदी की कही जा रही थी।

एनडीए की पार्टियों का झारखंड में दांव

बिहार में भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी पार्टियों ने झारखंड में उसकी मुश्किलें बढ़ाई हैं।

‘‘निंदक नियरे राखिए…’’ पर मोदी को भरोसा नहीं…?

आज की सत्ता के अहम् के सामने इस कहावत या कविता की पंक्तियों का कोई महत्व नही है, किंतु यह याद रखना जरूरी है कि भारत के भविष्य के...

विपक्ष की बिखरती साझा राजनीति

संसद के अंदर जरूर विपक्षी पार्टियां कुछ मसलों पर तालमेल करके सरकार के खिलाफ स्टैंड लिए हुए हैं लेकिन संसद के बाहर की राजनीति में सभी पार्टियां अपने अपने...

मोदी का अब टाइमपास

नरेंद्र मोदी के पास अब करने को कुछ नहीं है। वे अपनी छाया में वक्त काटते हुए हैं। इसलिए क्योंकि उन्हें देखने, सुनने का जो क्रेज था, वह सूख...

एनडीए में कुछ भी नहीं बदलेगा

भाजपा की सहयोगी पार्टियों के नेता इस बात से खुश हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बात करने का तरीका बदल गया है

आर्थिक सर्वेक्षण: चालू वित्त वर्ष में भारत की जीडीपी 6.5-7% की दर से बढ़ेगी

संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है। इस सत्र में, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 22 जुलाई को संसद के दोनों सदनों में भारत का...

उपचुनावों में ‘इंडिया’ की जीत

देश के सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को बड़ी सफलता मिली है।

राजनीतिक विभाजन कहां तक पहुंच गया

भारत की राजनीति इतनी विभाजित कभी नहीं रही, जितनी अभी है। पार्टियां और नेता एक दूसरे को अब राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी नहीं मान रहे हैं, बल्कि शत्रु मान रहे हैं।

सिर्फ मोदी है तो ही मुमकिन है…

सरकार इन सुधारों या बदलावों को सिर्फ तीन साल के लिए यानी 2024 से 2027 तक के लिए प्रायोगिक तौर पर करे तो इससे सकारात्मक बदलाव तुरंत दिखने लगेंगे

नए कानून में पुलिस को और ताकत!

अंग्रेजों के जमाने में, 1861 में बने तीन आपराधिक कानूनों को नया नाम मिल गया है और कई अपराधों की धाराएं बदल गई हैं।

मोदी ने डर फैलाया, कांग्रेस के पास है अभय मुद्रा: राहुल गांधी

लोकसभा में विपक्ष के नेता बनने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सदन में अपने पहले भाषण में राष्ट्रीय…

सियासी स्थिरता हुई पर जमीनी असंतोष का क्या करेंगे?

लोकसभा चुनाव के परिणाम सामने आने के बाद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके रणनीतिकारों ने सुनियोजित ढंग से यह संदेश देने की कोशिश की है कि चुनाव में...

बहुत कुछ पहली बार हो रहा है

नरेंद्र मोदी भले तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं लेकिन उनके तीसरे कार्यकाल में बहुत कुछ पहली बार हो रहा है।

सरकार नहीं विपक्ष बढ़ा रहा है टकराव

जनता द्वारा लगातार तीसरी बार खारिज कर दिए जाने के बावजूद देश की आवाज बनने की सोच में कांग्रेस और विपक्षी पार्टियां टकराव का रास्ता चुन रही हैं।   

आर-पार के संग्राम की अवतरणिका

ये पांच बरस भारत के सियासी महाभारत की लड़ाई का अठारहवां दिन साबित होंगे। इस के संकेत अठारहवीं लोकसभा की शुरुआत होते ही मिल गए हैं।

संसद से भी मैसेज

भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है, यह जुमला भी देश कई बरसों से सुन रहा है, जो फिर अभिभाषण में सुनाई दिया।

संसद के बाहर गठबंधन की चुनौती

विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ संसद के अंदर एकजुट दिख रहा है। पहले सत्र के पहले दिन से सारे विपक्षी सांसद एक साथ मिल कर अपने अपने तरीके से सरकार को...

विपक्ष का चेहरा खिला-खिला रहेगा?

विपक्ष को जनता ने जिताया नहीं मगर मजबूत बहुत कर दिया। संख्या से तो जितना किया उतना कियाही मगर हौसले बहुत बढ़ा दिए।

सच्चे संघवाद की समझ कब होगी?

शिक्षा और संस्कृति में राजकीय अधिकार और बढ़ते केंद्रीकरण का ही नजारा समय-समय पर लज्जाजनक समाचारों में दिखता है।

अखाड़ा न बन जाए इस बार संसद

इस बार मतदाताओं ने ऐसा जनादेश दिया है कि हारने वाला जीत की भावना से भरा है और जश्न मना रहा है तो जीतने वाल हार की फीलिंग लिए...

विपक्ष का संसद परिसर में प्रदर्शन

18वीं लोकसभा के पहले सत्र के पहले दिन सांसदों की शपथ होनी थी इसके बावजूद विपक्ष ने संसद परिसर में प्रदर्शन किया।

नई शुरुआत सकारात्मक होनी चाहिए

अंग्रेजी की एक कहावत है, ‘वेल बिगन इज हाफ डन’ यानी अच्छी शुरुआत से आधा काम बन जाता है। तो 18वीं लोकसभा की शुरुआत होने वाली है और उम्मीद...

नरेंद्र मोदी का झोला !

झोले में चिंताएं है और झोली फैली हुई है। पहले यदि नरेंद्र मोदी चार घंटे सौते थे तो पता नहीं इन दिनों वे कितना सो रहे होंगे। उन्हे नए...

बिहार का सिरदर्द बड़ा

इसको सिर मुंडाते ही ओले पड़ना कहते हैं। केंद्र में नरेंद्र मोदी को पहली बार गठबंधन सरकार का नेतृत्व करना पड़ा और शपथ लेने के 11 दिन के बाद...

केंद्र-राज्य संबंधों के लिए सही जनादेश

गर केंद्र में कोई बहुत मजबूत या ज्यादा बड़े बहुमत वाली सरकार आ जाती है तो शासन के संघीय ढांचे के लिए चुनौती पैदा हो जाती है।

पार्टियां स्पीकर से नहीं मतदाताओं से बचती हैं!

कांग्रेस और लेफ्ट का पूरा इकोसिस्टम भी इस प्रचार में लगा है कि अगर लोकसभा का स्पीकर भाजपा का बना तो नायडू और नीतीश की पार्टी नहीं बचेगी।