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उत्तर भारत में बारिश से आफत

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के अलावा देश के दूसरे हिस्सों में भी लगातार हो रही बारिश से बाढ़ के हालात बने हैं और जनजीवन अस्तव्यस्त हुआ है। मध्य प्रदेश के उज्जैन में क्षिप्रा का जलस्तर बढ़ने से घाट किनारे के मंदिर डूब गए हैं। उनके गुंबद तक पानी आ गया है। रतलाम में रेलवे स्टेशन का प्लेटफॉर्म पानी में डूबा है। राजस्थान में दौसा जिले के कई इलाकों में गुरुवार को बारिश हुई, जिससे बाढ़ के हालात बन गए। पंजाब के सभी 23 जिलों में बाढ़ आ गई है और करीब साढ़े तीन लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को पंजाब में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया।

उत्तर प्रदेश के पश्चिमी इलाके में बारिश से कई जिलों में बाढ़ के हालात बने हैं। हरियाणा के भी कई इलाके बाढ़ में डूबे हैं और अलग अलग घटनाओं में कई लोगों की मौत हुई है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में गुरुवार सुबह भूस्खलन में दो घर ढह गए। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि छह लोग अंदर फंस गए। जम्मू और पंजाब में बाढ़ के कारण भारत और पाकिस्तान सीमा की एक सौ किलोमीटर से ज्यादा लंबी बाड़ को नुकसान हुआ है। साथ ही सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ की करीब 90 चौकियां पानी में डूब गई हैं।

उधर गुजरात में हो लगातार रही बारिश और मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर डैम से छोड़े जा रहे पानी के कारण सरदार सरोवर डैम का जलस्तर एक बार फिर बढ़ गया है। इसके चलते गुरुवार को डैम के 15 गेट खोल दिए गए। बुधवार शाम तक डैम का स्तर 135.37 मीटर पर पहुंच गया था। इस साल पहली बार 15 गेट खोलने पड़े। जम्मू कश्मीर में लगातार बारिश और खराब मौसम के चलते, गुरुवार को लगातार दूसरे दिन पूरे कश्मीर में स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी और कोचिंग सेंटर सहित सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया गया।

By NI Desk

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