नई दिल्ली। दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई हो गई है। मंगलवार को चार महीने का मानसून सीजन समाप्त हुआ। मौसम विभाग ने बताया कि इस सीजन में सामान्य से आठ फीसदी ज्यादा बारिश हुई। इस सीजन में 937.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य बारिश 870 मिलीमीटर से आठ फीसदी ज्यादा है। मानसून की विदाई हो गई है फिर भी राजधानी दिल्ली सहित देश के कई राज्यों में अब भी बारिश हो रही है। मंगलवार को दिल्ली के अलावा महाराष्ट्र, गुजरात आदि राज्यों में अच्छी खासी बारिश हुई।
मौसम विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि देश के ज्यादातर हिस्सों में मानसून के बाद यानी अक्टूबर से दिसंबर के दौरान सामान्य से 15 फीसदी ज्यादा बारिश होने की संभावना है। उत्तर पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों में मानससून के बाद की बारिश सामान्य से कम या सामान्य रह सकती है। इसके अलावा, तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, केरल और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में भी मानसून के बाद तीन महीने में सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है।
गौरतलब है कि आमतौर पर देश में मानसून केरल के रास्ते 2 जून को आता है, लेकिन इस बार आठ दिन पहले 24 मई को ही आ गया। मौसम विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्रा ने इसे बहुत सफल सीजन बताया। हालांकि इस बार मानसून के सीजन में बादल फटने और भूस्खलन जैसी अनेक घटनाएं हुईं। उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में खासतौर से इस साल अनेक घटनाएं हुईं, जिनसे सैकड़ों लोगों की जान गई। भारी बारिश की वजह से इस साल पंजाब के सभी 23 जिलों में बाढ़ आई।