नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निष्पक्ष जांच की बात करने के बाद अब पाकिस्तान ने कहा है कि वह रूस और चीन से इस मामले की जांच कराना चाहता है। गौरतलब है कि शनिवार, 26 अप्रैल को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने दावा किया था कि पाकिस्तान का इस घटना से कोई लेना देना नहीं है और पाकिस्तान को बदनाम किया जा रहा है। उन्होंने पहलगाम घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की थी।
उसके एक दिन के बाद रविवार को पाकिस्तान ने पहलगाम हमले की जांच में चीन और रूस को भी शामिल करने की मांग की है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने रूसी मीडिया ‘रिया नोवोस्ती’ को दिए इंटरव्यू में कहा है कि अंतरराष्ट्रीय टीम जांच करे कि भारत के पीएम मोदी सच बोल रहे हैं या झूठ। खबरों के मुताबिक पाकिस्तान चाहता है कि पहलगाम आतंकी हमले की जांच में रूस और चीन भी शामिल हों।
रूस-चीन से जांच की पाक की मांग
रूस की सरकारी न्यूज एजेंसी ‘रिया नोवोस्ती’ को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, ‘मुझे लगता है कि रूस, चीन या पश्चिमी देश इस संकट में बहुत ही सकारात्मक रोल निभा सकते हैं। उन्हें एक जांच समिति गठित करनी चाहिए, जो ये जांच करे कि पीएम नरेंद्र मोदी झूठ बोल रहे हैं या सच। अंतरराष्ट्रीय टीम यह जांच करे’। रूसी न्यूज एजेंसी से आसिफ ने ये भी कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी इंटरनेशनल टीम से जांच की बात कह चुके हैं।
बहरहाल, एक तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री जांच की बात कर रहे हैं तो दूसरी ओर पाकिस्तान के रेल मंत्री हनीफ अब्बासी ने भारत पर परमाणु हमले की धमकी दी है। उन्होंने कहा है, ‘हमने शाहीन, गोरी और गजनवी जैसी 130 मिसाइल भारत के लिए रखी गई हैं। अगर भारत सिंधु जल संधि को रोकता है, तो उसे पूरी तरह युद्ध के लिए तैयार रहना चाहिए’। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान के परमाणु हथियार सजाने के लिए नहीं रखे हैं, बल्कि देश भर में इनके ठिकाने छिपे हुए हैं’।
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Pic Credit: ANI