सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ कानून के खिलाफ दायर याचिकाओं पर सुनवाई की सहमति दे दी है। सर्वोच्च अदालत ने कहा है कि वह वक्फ कानून की संवैधानिकता को चुनौती देने वाली याचिकाओं को सूचीबद्ध कराएगी। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी और अन्य ने चीफ जस्टिस संजीव खन्ना के सामने इसकी जल्दी सुनवाई की अपील की। चूंकि आजकल कोर्ट में मौखिक मेंशनिंग बंद कर रखी है। इसलिए चीफ जस्टिस खन्ना ने पत्र या ईमेल के जरिए जल्दी सुनवाई का आग्रह करने को कहा। इस पर सिब्बल ने बताया कि यह प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इसके बाद चीफ जस्टिस ने कहा कि वे इस पर विचार करेंगे और केस सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया जाएगा।
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वक्फ कानून पर सुप्रीम कोर्ट में चुनौती, जम्मू-कश्मीर विधानसभा में हंगामा
कपिल सिब्बल ने जमीयत उलेमा ए हिंद की ओर से अर्जेंट हियरिंग की अपील की थी। नए वक्फ कानून की संवैधानिकता के खिलाफ जमीयत उलेमा ए हिंद के अलावा सुप्रीम कोर्ट में 11 याचिकाएं दाखिल की जा चुकी हैं। जमीयत उलेमा ए हिंद ने कहा कि उसकी राज्य इकाइयां भी हाई कोर्ट में कानून को चुनौती देंगी। इस मामले में पहली याचिका कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद ने दाखिल की थी। इसके बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने याचिका दाखिल की। जमीयत उलमा ए हिंद के मौलाना अरशद मदनी ने याचिका में कानून के अमल पर अंतरिम रोक की मांग की गई है।
कानूनी लड़ाई के बीच उधर जम्मू कश्मीर विधानसभा में सोमवार को नए वक्फ कानून पर हंगामा हुआ। सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक ने सदन में कानून की कॉपी फाड़ दी। नेशनल कॉन्फ्रेंस के ही एक अन्य विधायक ने अपनी जैकेट फाड़कर सदन में लहराई। इसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्रवाई पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी। सत्तारूढ़ एनसी सहित कई पार्टियों ने वक्फ कानून के खिलाफ प्रस्ताव लाने की बात कही थी।